सत्य खबर, नई दिल्ली
बढ़ते प्रदूषण व पेट्रोल-डीजल के दामों के चलते जहां वाहन चालकों का रूझान सीएनजी व इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ हुआ है। वहीं कई राज्यों की सरकार इनकी खरीद पर छुट भी दे रही हैं। इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल राज्य सरकार ने एलान किया है कि इलेक्ट्रिक दोपहिया या चार पहिया वाहन खरीदारों को अब मोटर वाहन के लिए रजिस्ट्रेशन फीस (पंजीकरण शुल्क) और अन्य टैक्स नहीं देना होगा. सीएनजी वाहन खरीदने वालों को भी राज्य में ऐसी ही छूट दी जाएगी. शुक्रवार को ही राज्य सरकार नेइस फैसले की घोषणा की है. साल 2024 तक छूट
ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार का कहना है कि इलेक्ट्रिक वाहन या सीएनजी का विकल्प चुनने वाले नई कार या दोपहिया खरीदारों को रजिस्ट्रेशन और अन्य करों का भुगतान करने की जरूरत नहीं है. यह छूट 1 अप्रैल से लागू मानी जाएगी और 31 मार्च 2024 तक लोग इसका फायदा उठा सकते हैं. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि पिछले दो महीनों में किसी ने ऐसा वाहन खरीदा है तो वह पंजीकरण शुल्क और अन्य दिए गए टैक्स को वापस मांगने का दावा नहीं कर सकता है. हालांकि, राज्य सरकार 1 अप्रैल, 2022 से 31 मार्च, 2024 के बीच कर का भुगतान किए गए दिनों की सटीक संख्या के लिए टैक्स वैधता के विस्तार के रूप में वित्तीय प्रोत्साहन की पेशकश करेगी. सरकार का वादा
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यह फैसला इस साल के बजट में किए गए राज्य सरकार के वादे को पूरा करता है. सरकार द्वारा 25 मई को जारी आदेश में कहा गया है, “बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों में निवेश को प्रोत्साहित करने और कार्बन फुटप्रिंट में कमी को प्रोत्साहित करने और पेट्रोल/डीजल पर निर्भरता कम करने के लिए किसी प्रकार की वित्तीय राहत या छूट देना आवश्यक महसूस किया गया है.”
पश्चिम बंगाल सरकार का ये फैसला ऐसे समय में आया है जब राज्य सरकार कोलकाता के पास हिंदुस्तान मोटर में सुधार करने की योजना बना रही है. ये वही हिंदुस्तान मोटर है जो एक दौर की शान मानी जाने वाली एंबेसडर कार बनाती थी. हाल ही में खबर ये भी आई है कि हिंदुस्तान मोटर्स अब प्यूजो के साथ मिलकर इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करेगी. हालांकि इसकी पहली ईवी लगभग दो साल बाद यानी 2025 में सड़कों पर दिखेगी.
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