कहा: कपालमोचन जाकर सीएम मनोहर लाल ने अंधविश्वास पर किया कड़ा प्रहार
सफीदों, महाबीर मित्तल
आर्य समाज के राष्ट्रीय नेता एवं पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऋषि दयानंद व गुरू नानक देव के पदचिन्हों पर चलते हुए ऐतिहासिक कपालमोचन मेले में शिरकत करके अंधविश्वास व पाखंड पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि इस तीर्थस्थल पर 1977 के बाद कोई सीएम नहीं आता ऐसा कोई मिथक बताया गया लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी मिथकों व अंधविश्वासों को दरकिनार करके वहां के कार्यक्रमों में शिरकत की। सीएम ने वहां पर स्थित गुरुद्वारे में मत्था भी टेका और कपालमोचन, ऋणमोचन और सूरजकुंड सरोवर पर पहुंचकर पूजा-अर्चना भी की। कपालमोचन ऐसा पवित्रस्थल है जिसका अपना एक वृहद ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व है। यहां पर ऋषि व्यास ने तपस्या की तथा गुरुनानक देव और गुरु गोबिंद सिंह जैसे दोनों महापुरूषों को पवित्र आगमन हुआ था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कभी भी मिथकों पर विश्वास नहीं किया है। कपालमोचन की तरह से ही मधुबन के बारे में भी ऐसा ही कहा जाता था लेकिन मनोहर लाल ने वहां पर भी 3 बार कार्यक्रमों में शिरकत की। बचन सिंह आर्य ने कहा कि स्वामी दयानंद व गुरू नानक देव ने हमेशा अंधविश्वास व पाखंड की मुखालफत की है।
यह भी पढ़ें:- देश का सर्वश्रेष्ठ थाना बना भट्टू कलां पुलिस स्टेशन : तीसरा स्थान हासिल करके रचा इतिहास, ट्रॉफी लेकर पहुंचने पर थाना प्रभारी का भव्य स्वागत
उन्होंने हमेशा लोगों को धर्म व इंसानियत के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। दोनों महापुरूषों का मानना था कि परमपिता परमात्मा सर्वव्यापक है तथा कण-कण विद्यमान है। उन्होनें कहा कि आज हरियाणा विकास के मामले में पूरे देश में अग्रणी है तथा देश के दूसरे राज्य भी हरियाणा सरकार की योजनाओं का अनुसरण कर रहे हैं। परिवारों के संदर्भ में विभिन्न प्रकार की उपयोगी जानकारियों के आधार पर परिवार पहचान-पत्र जैसे उपयोगी कार्यक्रम को कार्यान्वित करने वाला हरियाणा देश का प्रथम राज्य है। मुख्यमंत्री परिवार अंत्योदय उत्थान योजना के अंतर्गत उत्थान व कल्याण का कार्यक्रम तय किया गया है। हरियाणा राज्य के 1 लाख रुपये से कम आय वाले 1 परिवारों की आय 2 लाख रूपए तक किए जाने के लिए रोजगार कार्यक्रम चलाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हरियाणा सरकार की लाल डोरे के भीतर की संपत्तियों का पंजीकरण व राजस्व रिकार्ड तैयार करने की लाल डोरा मुक्त योजना की प्रशंसा स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की है। सरकारी सेवाओं की चयन प्रक्रिया को योग्यता के आधार पर पारदर्शिता के साथ पूर्ण किया गया है। पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों की शैक्षणिक योग्यता निर्धारित करने का अनुकरणीय कार्य किया गया है।
Aluminium recycling waste-to-energy Scrap aluminium value chain management Scrap metal inventory services