सत्य खबर, पानीपत
सेक्टर-11 एंजल मॉल के पीछे स्थित हैदराबादी देवपुरी श्मशान समिति की देवपुरी रोड के साथ बनाई विवादित 22 दुकानें मंगलवार को तोड़ दी गईं। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की टीम ने कार्रवाई की। जेसीबी से मजबूत छत नहीं तोड़ सके तो सभी दुकानों के शटर उखाड़ दिए। फिर, शटर तोड़कर ट्रैक्टर ट्रॉली पर उठाने लगे तो लोगों ने कहा कि श्मशान में तो लोग देने आते हैं।
https://youtu.be/6-J39plBVws
यह सुनने के बाद कबाड़ छोड़कर टीम रवाना हो गई। हाईकोर्ट में केस हारने के बाद समिति सुप्रीम कोर्ट भी गई थी। लेकिन कोविड के कारण सुप्रीम कोर्ट में अब तक तारीख नहीं मिल पाई थी। हाईकोर्ट के दबाव में एचएसवीपी ने मंगलवार को कार्रवाई की। हैदराबाद बिरादरी से आने वाली भाजपा की पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी ने इसे समाज के साथ धोखा बताया। कहा कि- मुख्यमंत्री ने खुद समिति के लोगों को कलेक्टर रेट पर जमीन देने का भरोसा दिया था। बावजूद, इसके बेकार पड़ी जमीन पर बनाई दुकानें तोड़ दी। 2016 की जनवरी-फरवरी में समिति ने विधायक रोहिता रेवड़ी के संरक्षण में दुकानें बनाई थीं।
गरीबों को प्लॉट देने के लिए खाली छोड़ी गई थी जमीन
जो दुकानें आज तोड़ी गई। कभी वहां पर बच्चों को दफनाया जाता था। यह हैदराबादी श्मशान के साथ लगती थी, इसलिए समिति ने अपनी आय बढ़ाने के लिए राजनेताओं के प्रभाव में आकर बिना नक्शा पास कराए दुकानें बना लीं। पदाधिकारियों ने यह नहीं देखा कि जमीन का स्वामित्व किसके पास है। किराए से एक अस्पताल बनाने के साथ ही गरीबों के दाह संस्कार में मदद की प्लानिंग थी। आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर ने 4 जुलाई 2016 को लोकायुक्त कोर्ट में शिकायत कर दी। जांच में पता चला कि यह जमीन गरीबों को प्लॉट देने के लिए खाली छोड़ी गई थी। जांच के आधार पर लोकायुक्त ने इसमें अफसरों की लापरवाही तय कर कार्रवाई के आदेश तक दे दिए थे।
ईओ बोले- जल्दी प्लॉट अलॉट करेंगे
एचएसवीपी के ईओ गुलशन सलूजा ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद कब्जा हटाया गया है। लैंटर मजबूत होने के कारण छत नहीं तोड़ पाए। जल्दी की चारदीवारी कराकर दुकानें अलॉट कराए जाएंगे।
Safety measures for working with aluminum scrap Aluminium scrap testing procedures Scrap metal recycling services