सत्यखबर, ऐलनाबाद
ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है. सभी राजनीतिक पार्टियों में भी सुगबुगाहट तेज हो गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां अपने को मजबूत बताते हुए एक-दूसरे पर कटाक्ष करने लगी हैं. फिलहाल इस सीट पर जनता किसके सिर पर ताज सजाएगी ये तो वक्त की बताएगा. लेकिन अभी तक के बयान से ये सामने आ रहा है कि BJP-JJP बरौदा उपचुनाव की तरह ही संयुक्त उम्मीदवार के साथ मैदान में जाएंगे. हालांकि अभी तक कुछ साफ नहीं हुआ है. कि उम्मीदवार भाजपा की तरफ से होगा या जजपा की तरफ से, लेकिन बरौदा चुनाव जैसे हालातों को देखकर लग रहा है कि इस बार गेंद जजपा के पाले में जाने वाली है. इस बारे में जजपा की तरफ से डॉ. अजय चौटाला और भाजपा की तरफ से अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने संकेत भी दिए हैं. दोनों नेताओं की तरफ से आए बयान के अनुसार, जल्द ही इस बारे में पार्टी की मीटिंग लेकर फैसला कर लिया जाएगा।
ऐलनाबाद सीट को लेकर अभय और अजय चौटाला के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है. इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उपचुनाव सिर्फ और सिर्फ इस बात पर लड़ा जाएगा कि कौन किसान हितैषी हैं व कौन किसान विरोधी. ऐलनाबाद किसान आधारित हल्का है और अब यहां के लोग बता देगें कि कृषि कानून सही हैं या गलत. भाजपा-जजपा को तो लोग गांवों में घुसने ही नहीं देगें. उनका तो हर जगह बहिष्कार होगा. दूसरी ओर कांग्रेस की जमानत भी जब्त होगी. क्योंकि कांग्रेस के सभी विधायक भी अगर मेरे साथ किसान समर्थन में इस्तीफा दे देते तो आज उपचुनाव नहीं, मध्यअवधि चुनाव हो रहा होता और किसान भी रोड पर नहीं अपने घर में चैन से सो रहा होता।
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वहीं अभय चौटाला की इस बात पर डॉ. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि अगर इनको खुद पर इतना ही गुमान है तो वोट मांगने के लिए हलके में न जाएं. ये वहां पर घर-घर जाकर वोट भी मांगेंगे और जनता के आगे नाक भी रगड़ेंगें. ऐलनाबाद उपचुनाव में जजपा और भाजपा एक साथ चुनाव लड़ेंगे. उम्मीदवार किस पार्टी का होगा, इस पर संयुक्त फैसला लिया जाएगा. भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर अभय चौटाला ने इस्तीफा दिया था, लेकिन हालात अभी वैसे ही हैं। किसानों को बरगलाया गया था, अब किसान हकीकत समझ चुके हैं।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि यह उपचुनाव हो ही क्यों रहा है। यहां की जनता ने तो अपना विधायक चुनकर विधानसभा भेजा था। यह उपचुनाव भाजपा को आइना दिखाने के लिए जनता के पास एक मौका है। इस चुनाव में कांग्रेस का उम्मीदवार बरौदा की तरह भारी मतों से जीतेगा।
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