सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – पानीपत-सफीदों-जींद रेलशाखा में पडऩे वाले गांव करसिंधु के रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को यात्रा टिकटें नहीं मिल रही है। इस स्टेशन के हालात ये हैं कि इस स्टेशन की टिकट खिड़की पर पिछले 3 महीने से ताला लटका हुआ है। स्टेशन पर पूरी तरह से विरानी छाई हुई है और ना यहां कोई अधिकारी है और ना ही कोई कर्मचारी। हर रोज की भांति यहां यात्री भी आते हैं और ट्रेन भी और कोई नहीं आता तो वह है टिकट बांटने वाला। रेल आती है और यात्री मजबुरीवंश उसमे चढ़ जाते है और इसमें सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे को हो रहा है।
स्टेशन पर आए यात्री रामचंद्र निवासी ड़मियाना, राहुल करसिंधु, विजय कुमार डुमियाना, टेकराम दरियापुर, ममता व सतपाल सहित अनेक यात्रियों ने बताया कि इस स्टेशन पर पिछले कई महीनों से टिकट बांटने वाला नहीं आ रहा और यहां स्टेशन और टिकट खिड़की पर हमेशा ताला लगा रहता है। यात्रियों ने बताया कि इस स्टेशन पर टिकट बांटने का ठेका दरियापुर गांव का किसी व्यक्ति को दिया हुआ है लेकिन वह पिछले कई महीनों से यहां टिकट बांटने नहीं आया। यात्रियों के अनुसार टिकट ना मिलने के कारण सबसे ज्यादा रेलवे का आर्थिक नुकसान हो रहा है और दूसरी ओर यात्रियों को भी बिना टिकट के कारण सामाजिक मर्यादा का भी नुकसान होने का डर हमेशा बना रहता है कि कहीं रास्ते में टिकट चैकर से सामना ना हो जाए।
उन्होंने बताया कि कई बार इस समस्या से निकलने के लिए करसिंधु से नारा या मडलौडा तथा दूसरी तरफ सफीदों स्टेशन पर उतरकर भागकर टिकट लेनी पड़ती है। इस भागमभाग में उन्हें अपनी जान का भी खतरा बना रहता है, क्योंकि स्टेशन पर गाड़ी मात्र एक या डेढ़ मिनट रूकती है और इस एक या डेढ़ मिनट में टिकट मिल पाना मुश्किल होता है तथा ट्रेन चल पडऩे का अंदेशा रहता है। कई बार ट्रेन चल पडऩे की स्थिति में भागकर जान पर खेलकर ट्रेन में चढ़ते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं व बच्चों को आती है। कई यात्रियों ने यह भी बताया कि डर के मारे कई बार रेलयात्रा करने की बजाए रोडवेज में यात्रा करते हैं। इसमें रेलवे को तो नुकसान है ही साथ ही साथ उन्हे भी आर्थिक नुकसान पहुंचता है क्योंकि बस का किराया 30 रूपए है और रेल का किराया मात्र 10 रूपए हैं।
उनका कहना है कि इस मामले में रेलवे प्रशासन पूरी तरह से सोया हुआ है और इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से मांग की कि इस स्टेशन पर अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती की जाए तथा उन्हें यात्रा की टिकट दिलवाने का उचित प्रबंध किया जाए ताकि यात्री निसंकोच व बिना किसी डर के अपनी यात्रा कर सकें। वहीं कुछ लोगों ने बंद स्टेशन व बंद टिकट खिड़की के भी फोटो अपने मोबाइल में ले लिए हैं ताकि रास्ते में कोई समस्या आने पर उसे दिखाया जा सके। इस मामले में सफीदों स्टेशन अधीक्षक ज्ञान सिंह का कहना है कि रेलवे में पॉलिसी है कि छोटे स्टेशनों पर ठेकेदार के माध्यम से टिकते वितरित की जाती हैं। करसिंधू में टिकट वितरण ना होने की समस्या सामने आई है और इस बारे में अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। इस मामले में जो कार्रवाई होनी है, वह उच्चाधिकारियों के द्वारा की जानी है। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान चेकिंग की कोई समस्या आए तो यात्री टीटी को इस दिक्कत के बारे में अवगत करवा सकता है।
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