सत्य खबर, दिल्ली
केंद्र सरकार द्वारा लाए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कई दिनों से दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों का आंदोलन दिनोंदिन और भी तेज होता जा रहा है|ऐसे में हरियाणा-राजस्थान की सीमा खेड़ा बॉर्डर पर इकट्ठा हुए किसानों के सोमवार सुबह दिल्ली कूच करने की चेतावनी ने गुड़गांव पुलिस प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। शहर से सरहौल, कापसहेड़ा और महरौली बॉर्डर के अलावा कई ऐसे पॉइंट्स हैं, जहां से दिल्ली के लिए एंट्री है।
जिला और पुलिस प्रशासन का दावा है कि इन पॉइंट पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हैं और यातायात प्रभावित नहीं रहेगा। यहां वैसे किसान आंदोलन के समय से ही दिल्ली और गुड़गांव पुलिस तैनात है। किसानों और राजनीतिक संगठनों के खेड़ा बॉर्डर पर की जा रही हर एक्टिविटी की सूचना गुड़गांव प्रशासन भी ले रहा है। रेवाड़ी के बावल में सोमवार को महापंचायत बुलाई गई है। यहां से किसानों के दिल्ली कूच करने की संभानवाएं हैं। हालांकि रेवाड़ी प्रशासन का प्रयास रहेगा कि किसान गुड़गांव के रास्ते दिल्ली की ओर नहीं बढ़ें।
सोमवार को दिल्ली कूच की चेतावनी के चलते केएमपी व दिल्ली जयपुर हाइवे के बिलासपुर, मानेसर, खैड़कीदौला आदि जगहों पर सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं। सहरौल बॉर्डर और कापसहेड़ा बॉर्डर पर अधिक फोर्स तैनात रहेगी। इनके अलावा, महरौली बॉर्डर, बिजवासन, चंदू और फरीदाबाद रोड की ओर से दिल्ली के लिए एंट्री है, यहां भी पुलिस कर्मी रहेंगे। जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को उनकी जिम्मेदारियां दी जा चुकी है और पहले से ही पुख्ता इंतजाम है।
हाइवे पर सरहौल समेत दूसरे पॉइंट्स पर जाम रहता है तो ट्रैफिक पुलिस की ओर से एक सप्ताह पहले जारी एडवाइजरी को ही फॉलो किया जा सकता है। हाइवे के शंकर चौक, उद्योग विहार, इफ्को चौक, राजीव चौक, हीरो होंडा चौक, मानेसर, फर्रूखनगर और पंचगांव से डायवर्ट किया जाएगा। हालांकि ऐसी संभावना कम ही है कि कही जाम लगे।
बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कई दिनों से किसानों ने दिल्ली को घेर रखा है…जिससे चारों तरफ से दिल्ली में एंट्री बॉर्डर पूरी तरह से बंद हैं, ऐसे में देश भर व्यापारियों और अन्य नौकरी पेशा वाले लोगों को भारी परेशानयों का सामना करना पड़ रहा है|
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