सत्यखबर, दिल्ली
किसान पिछले चार महीनों से दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं और तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कर रहे हैं। इतना ही नहीं, कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली ही नहीं, देश के कई राज्यों में किसानों को विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। जिसके चलते दिल्ली और हरियाणा के बॉर्डरों पर आवागमन बंद है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। यात्रियों को होने वाली असुविधा से बचाने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस समय-समय पर एडवाइजरी जारी कर वैकल्पिक रास्तों से जाने की सलाह देती रहती है।
ये भी देखे…अविश्वास प्रस्ताव लाकर कांग्रेस ने सरकार को दिया जीवदान – नफे सिंह राठी
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी यात्रियों को आनंद विहार, डीएनडी, लोनी डीएनडी और अप्सरा बॉर्डर से जाने की सलाह दी है। वहीं, दिल्ली-नोएडा चिल्ला बॉर्डर के दोनों सड़के वाहनों के लिए खुली हुई है। तो वहीं, गाजीपुर बॉर्डर की एक तरफ की सड़क खुली हुई है। लेकिन किसान प्रदर्शन के चलते दूसरी तरफ की सड़क अभी बंद है।ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि दिल्ली और हरियाणा के बीच यात्रा करने वाले यात्री लामपुर सफियाबाद, पल्ला और सिंघु स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर या गुरुग्राम और फरीदाबाद से गुजरने वाले अन्य मार्गों से वैकल्पिक मार्ग ले सकते हैं।
हालांकि, दिल्ली और हरियाणा के बीच औचंदी, पियाउ मनियारी और सबोली और मंगेश बॉर्डर आंशिक रूप से बंद रह सकते हैं। तो वहीं, किसान नेताओं ने 10 अप्रैल को 24 घंटे के लिए कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे को जाम करने का ऐलान किया है। इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि 10 अप्रैल को सुबह 11 बजे से एक्सप्रेसवे को 24 घंटे तक जाम कर दिया जाएगा। वहीं, किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार को 6 मई को सम्मानित किया जाएगा।
Scrap aluminum Aluminium recycling certificates Metal waste sales