हरियाणा

किसान को खरीद के बाद 72 घंटे के अंदर फसल का किया जाए भुगतान : वीरेंदर सांगवान

सत्यखबर,सफीदों (  सत्यदेव शर्मा  )

खरीद के बाद 72 घंटे के अंदर-अंदर किसान की फसल का भुगतान किया जाना जरूरी हैं। सभी खरीद एजेसिंया भुगतान की व्यवस्था को दुरूस्त रखेंगी तथा भुगतान के कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिए सम्बन्धित अधिकारी स्वयं जिम्मेंवार होंगे। ये निर्देश एसडीएम वीरेंदर सांगवान ने मंगलवार को नई अनाज मंडी स्थित मार्किट कमेटी कार्यालय में एक बैठक के दौरान  उपस्थित खरीद ऐजेसिंयों के अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए दिए। एसडीएम वीरेंदर सांगवान ने कहा कि आगामी एक अप्रैल से गेंहू की खरीद का कार्य शुरू हो रहा हैं। इसलिए सभी संबधित अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में स्थित मंडियों और खरीद केन्द्रों में किसानों के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाएं।  सचिव मार्किट कमेटी, हेफैड के अधिकारी, सहायक खादय एवं आपूर्ति अपने-अपने क्षेत्रों में गेंहू की खरीद शुरू होने से पहले ही समूचित व्यवस्था कर लें। एसडीएम सांगवान ने यह भी  बताया कि सरकार ने गेंहू का समर्थन मूल्य 1735 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, गेंहु में नमी की मात्रा 12 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने  संबधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मंडी में बिजली व्यवस्था, शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था करेंगे,बारदाने की कमी नहीं होनी चाहिए। उठान और लदान का कार्य भी सही समय पर किया जाना चाहिए। मार्केटिंग बोर्ड  के अधिकारी मुख्य मंडी और खरीद केन्द्रों में समय रहते सडक़ों की मुरम्मत इत्यादि का कार्य पूरा कर लें। इतना ही नहीं मंडी और खरीद केन्द्रों में पीने के पानी की व्यवस्था,किसानों के ठहरने के लिए उचित प्रबंध होने चाहिए। कार्यकारी अभियंता कृषि विपणन बोर्ड सभी प्रकार के प्रंबधों बारे उपायुक्त कार्यालय को रिपोर्ट दें। उन्होंने संबधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि झरने इत्यादि की व्यवस्था भी सही होनी चाहिए। जिस मंडी या खरीद केन्द्र की फसल जिस गोदाम में जानी है, सबंधित अधिकारी वहां पर पहले से ही चैक कर ले कि गोदाम में कितनी जगह है और कितनी बोरियां रखी जा सकती है। उन्होंने अधिकारियों को यह भी कहा कि सभी अधिकारी किसानों को जागरूक करें कि वे गेंहू की फसल कटने के बाद फाने इत्यादि नहीं जलाएं, ऐसा करने से न केवल वातावरण प्रभावित होता है बल्कि जमीन की उपजाऊ ताकत भी कमजोर पडती है। सभी मंडियों में सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मंडियों में मच्छर मार दवाईयों का छिडकाव भी करवाएं।  एसडीएम ने बताया कि व्यापारियों और किसानों की सुविधा के लिए मार्किट कमेटी सफीदों के कार्यालय में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा। बैठक के दौरान सचिव दीपक सुहाग ने बताया कि अब की बार करीब10 लाख किवंटल से अधिक गेहुं की आदम हो सकती हैं,गत वर्ष  9 लाख 50 हजार किवंटल गेंहु की आमद हुई थी। एसडीएम  ने एएफएसओ और सचिव सुहाग को निर्देश दिए कि सीजन शुरू होने से पहले व्यापारियों के साथ बैठक अवश्य कर लें ताकि किसी प्रकार की कोई भी समस्या हो तो उसे दूर किया जा सके।
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उपमंडल में स्थापित मंडियां और खरीद केन्द्र:- सचिव दीपक सुहाग ने जानकारी देते हुए बताया कि नई अनाज मंडी सफीदों के अलावा मार्किट कमेटी सफीदों के  मुआना, हाट, सिवाना माल,अंचरा कला और डिडवाड़ा खरीद केन्द्र बनाये गए है।

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