सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
कोरोना वायरस के खौफ ने लोगों में इस कदर भय बिठा दिया है कि लॉक डाउन-4 में दी गई छूट के बाद भी नरवाना सब डिपो में रोडवेज बसों को सवारियां ही नहीं मिल रही। ड्यूटी इंचार्ज शमशेर सिंह का कहना है कि पिछले 6 दिनों से नरवाना-कैथल, नरवाना- हिसार, नरवाना-टोहाना तथा नरवाना-जींद के लिए चार बसों को काउंटर पर सुबह 6 बजे लगा देते हैं, लेकिन उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार बस में बैठने के लिए 25 सवारी ही नहीं मिल रही। आखिर दोपहर बाद उन्हें वर्कशॉप में खड़ी करना पड़ता है। जबकि अब यात्रियों को टिकट के लिए ऑनलाइन बुकिंग की भी जरूरत नहीं है। इतना जरूर है कि यात्री को बस में बैठने से पहले अपनी स्कैनिंग जरूर करवानी पड़ेगी। इस पर लोगों का कहना है कि बस चलने के लिए 25 यात्रियों की अनिवार्यता उचित नहीं लगती। जबकि रोडवेज को चाहिए कि कोरोना के खौफ को खोने के लिए एक बार रोडवेज प्रशासन बस चलाने की शुरुआत तो करे, चाहे उनमें कितने ही यात्री बैठे हों। जिस प्रकार कि लॉकडाउन से पहले रोडवेज की बसें काउंटर से समय पर चला करती थी। उन्होंने कहा कि रूट पर जाने वाली बस का बीच के स्टेशनों पर भी ना रुकने का प्रावधान रखा गया है। लेकिन उन स्टेशनों के लोगों को भी जरूरी काम के लिए बाहर जाना पड़ सकता है। यह तो शहरी यात्री और ग्रामीण यात्री में भेदभाव अपनाने वाली बात को बढ़ावा मिलता प्रतीत होता है।
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