पैसे लौटाने के बावजूद भी आढ़ती ने किया किसान के प्लाट पर कब्जा
बिगड़ी हालत में किसान अस्पताल में दाखिल
सत्यखबर, सफीदों: सफीदों-असंध सडक़ मार्ग पर स्थित गांव खेड़ा खेमावती में एक किसान ने जहर निगल लिया। किसान द्वारा जहर खाने का कारण पैसे लौटने के बावजूद आढ़ती द्वारा किसान के प्लाट पर कब्जा करना बताया जा रहा है। किसान की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसका सफीदों के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। मामले की सूचना सफीदों पुलिस को दे दी गई है। जहर खाने वाले किसान लखमी चंद के परिवार का आरोप है कि उन्होंने गांव के ही भरत सिंह नामक आढ़ती से तीन लाख रुपए सूद पर लिए थे। जिसके लिए आढ़ती ने उनसे परनोट भी बनवाया था तथा प्लाट की रजिस्ट्री भी अपने पास ही रखवाई हुई थी। किसान ने आढ़ती को फसल देकर सारे पैसे वापस भी कर दिए लेकिन आढ़ती ने ओर बकाया होने की बात कहकर उनके प्लाट पर कब्जा कर लिया तथा उनके प्लाट की रजिस्ट्री देने से मना कर दिया। इसको लेकर किसान और आढ़ती में हुई कहासुनी भी हुई। कहासुनी के बाद किसान लखमी ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। परिजनों का कहना है कि वह 6 एकड़ की खेती करते हैं और गांव खेड़ाखेमावती के ही एक आढ़ती के पास अपनी फसल लेकर जाते थे, ऐसे में उनका काफी लेनदेन चला हुआ था। उन्होंने 2019 के दिसंबर माह में भी आढ़ती से 1 लाख रुपए लिए थे तथा कुछ पहले का भी लेनदेन बाकी था लेकिन उन्होंने अब आढ़ती को तीन लाख रुपए दे दिए थे और पैसे देने के बाद उनके 120 गज के गांव में ही बने प्लाट की रजिस्ट्री आढ़ती से मांगी थी लेकिन आढ़ती हिसाब में करीब साढ़े चार लाख रुपए बनाए हुए था। पीडि़त किसान लखमी का कहना था कि उसका पूरा हिसाब तीन लाख रुपए का बनता है। इसलिए उसके प्लाट की रजिस्ट्री वापस दी जाए। जब किसान ने तीन लाख ही आढ़ती को देने की बात कही तो, इस कहासुनी में आढ़ती ने 120 गज के प्लाट पर जाकर अपना ताला जड़ दिया। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर रही थी और किसान जिंदगी और मौत लड़ाई लड़ रहा था।
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