सत्य खबर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज । गुरुग्राम नगर निगम में अतिरिक्त निगमायुक्त रोहतास बिश्नोई के खिलाफ चल रही जांच में रफ्तार पकड़ती जा रही है। इसी की जांच को लेकर मंगलवार को शिकायतकर्ता और एडिशनल कमिश्नर को यूएलबी डायरेक्टर ने अपने कार्यालय में तलब किया था। जिसकी सुनवाई ना होने के कारण स्थगित कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2007 मे पंचकुला नगर निगम मे पद का दुरुपयोग करते हुए ठेकेदार को लाभान्वित किया था, बिना किसी टेन्डर के ट्रैफ़िक की छतरियों पर विज्ञापन के अधिकार कर दिए थे आवंटित, इस मामले को लेकर हरियाणा विजिलेंस ब्यौरों से की गयी थी शिकायत, विजिलेंस ब्यौरों द्बारा रोहतास बिश्नोई की संलिप्तता थी, जिसको लेकर कार्यवाई हेतु विभाग से की गयी थी सिफारिश लेकिन भ्रष्ट अधिकारी रोहतास बिश्नोई ने धन बल के बदोलत मामले को दबवा दिया। जिसकी शिकायत प्रदेश मैं केंद्र के आला अधिकारी ओवर हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के जजों तक भी भेजी गई थी जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने जांच को मुख्य सचिव को भेजा था। जिस पर कार्रवाई करते हुए यूएलबी एडिशनल डायरेक्टर ने मेल से आज के लिए चंडीगढ़ दफ्तर में तलब किया था। जिसकी सुनवाई ना होने की वजह से आगे स्थगित कर दी गई है। अब इस मामले की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जाएगी।
बता दें कि नगर निगम के अस्थाई कर्मचारी रहे शेखर यादव ने रोहतास बिश्नोई के खिलाफ कार्रवाई के लिए शेखर इस भ्रष्टाचार के मामले को लेकर भ्रष्ट अधिकारी पर कार्यवाई के लिए मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट दिल्ली, ग्रह मंत्री भारत सरकार व अन्य जगह शिकायत दी गयी जिसकी जांच के लिए शिकायत कर्ता व एडिशनल कमिश्नर गुरुग्राम को शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा मुख्यालय बुलाया गया था। लेकिन जांच अधिकारी को अचानक किसी जरूरी काम से मीटिंग में जाने की वजह से जांच नहीं हो पाई इसके लिए आगे की जांच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जल्द ही की जाएगी।
क्या कहते हैं जांच अधिकारी वाईएस गुप्ता
जब इसके बारे में जांच अधिकारी वाईएस गुप्ता से पत्रकार ने फोन पर बात की तो उनका कहना था कि मंगलवार को किसी जरूरी काम से मीटिंग में जाने की वजह से जांच नहीं हो पाई। इसके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जांच की जाएगी। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी। जब उनसे पूछा गया कि विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता जी की तरफ से जो राहुल यादव ने शिकायत की थी उसकी जांच भी क्या इसी के साथ आप कर रहे हैं तो उनका जवाब था कि नहीं उसकी जांच प्रशासन अपने स्तर पर अलग से कर रहा है। वे केवल शेखर यादव की शिकायत पर कर रहे हैं। गौरतलब है कि शिकायतकर्ता शेखर यादव वहीं नगर निगम के अस्थाई कर्मचारी हैं जो काफी समय से जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हुए हैं जिन्होंने प्रकाश विश्नोई पर भी आरोप लगाया था कि उन्होंने जानबूझकर उन्होंने नौकरी से निकाल दिया था। जिन्होंने काफी शिकायतें व रिमाइंडर दिए हुए लेकिन फिर भी कोई उनकी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। वे लगातार नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। जिससे उन्हें जान माल का भी खतरा बना हुआ है।
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