सत्यखबर, पानीपत
जिला वासियों के लिए आखिर वो सुबह आ ही गई जब उन्हें अपने लाड़ले टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा का दिदार करने को मिला। मंगलवार सुबह अपने गांव पहुंचने के लिए सोनीपत-पानीपत बार्डर हल्दाना गांव आने पर नीरज चोपड़ा के जिला वासियों ने ऐसा जोरदार स्वागत किया की नीरज भी देखता ही रह गया। हालांकि इस दौरान युवाओं में नीरज के करीब जाने की लालसा देखी गई पर सुरक्षा की दृष्टि से यह संभव नहीं हो पाया। हल्दाना बार्डर पर पहुंचते ही जिला प्रशासन की तरफ फूलों की माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया। जबकि डोल नगाड़े बजाकर उनका जोरदार स्वागत किया गया। वहीं जीटी रोड के दोनों तरफ लोगों की भीड़ थी और मौके पर आए युवाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा था।
बाइकों व कारों के विशाल काफिले के साथ नीरज चोपड़ा को जलूस के रूप में उनके गांव खंडऱा तक ले जाया गया। नीरज को ओपन गाड़ी में खड़ा किया गया था ताकि जिला का हर व्यक्ति जो नीरज की झलक पाने को बेताब है वह उसे देख सके। नीरज ने भी अपने जिला वासियों को निराश नहीं किया भीषण गर्मी होने के बावजूद उसने करीब 40 किलोमीटर लम्बा सफर गाड़ी मेें खड़े होकर ही तय किया। यही नहीं जिस तरफ से भी आवाज आती थी। नीरज उसी तरफ घूूमकर लोगों का अभिवादन करता था। लोग भी हल्दाना बार्डर से लेकर गांव खंडऱा तक सडक़ के दोनों तरफ धूप में खड़े होकर नीरज को देखना चाहते थे और जब तक नीरज दिखाई नहीं दिया वह छाव में भी नहीं गए।
वहीं नीरज चोपड़ा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें आज अपने घर वापस आकर बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि टोक्यो से भारत लौटने के बाद आज पहली बार वो अपने घर जा रहें हैं। जिसको लेकर वो काफी उत्साहित है। नीरज ने कहा कि अपने देश के लिए ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना हर एक खिलाड़ी का सपना होता है और आज मेरा ये सपना पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में हम सभी खिलाडिय़ों के अच्छे प्रदर्शन के बाद प्रदेश के युवा भी प्रभावित होकर खेलों का रुख करेंगे जोकि भविष्य के लिए काफी अच्छी बात है।
आपको बता दें कि नीरज चोपड़ा भारत को भाला फेंक खेल में गोल्ड दिलाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। इससे पहले भी उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं। वो एशियन गेम्स में भी भारत को गोल्ड दिला चुके हैं। नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत में गांव खंडरा के एक छोटे से किसान परिवार में पैदा हुए थे।
वहीं नीरज चोपड़ा के काफिले के दौरान लगे जाम से सत्य खबर ने पहले जता दिया था कि हल्दाना से लेकर गांव खंडऱा तक जाम के पूरे आसार हैं। इसका दावा सत्य खबर ने इसलिए किया था क्योंकी जिला के युवाओं में खासकर असंध रोड स्थित सभी गांवों के युवाओं ने कई दिनों से नीरज के स्वागत के लिए बाकायदा बाईकों के काफिले तैयार किए हुए थे। इसके अलावा हमने जब अन्य गांवों के कुछ युवाओं से बातचीत की तो उनका भी कहना था कि जिस छोरे नै देश में पानीपत का नाम रोशन कर दिया हो उसका स्वागत करने का मौका गंवाना मुर्खता है। वैसे भी नीरज चोपड़ा की अगुवाई करने वाले काफिला का हिस्सा बनना तो जीवन भर की यादगार है।
अब ऐसे में अंदाजा तो यही है की म्हारे छौरे झुकर गोल्ड मेडल में लैठ गाडया है इब पानीपत आले उसके स्वागत में नूए लैठ गाड दां। हुआ भी ऐसा ही सैकड़ों गाडि़य़ों व सैकड़ों बाईकों के काफिले ने गांव हल्दाना से गांव खंडऱा तक जाम के हालात पैदा कर दिए। खासकर पानीपत शहर तो उनके काफिले के गुजरने के दौरान जैसे थम सा गया था। एक तो काफिले का जाम ऊपर से सभी को नीरज चोपड़ा को देखने का उत्साह। पूरे सफर के दौरान न केवल पानीपत बल्कि नीरज की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी भी काफी परेशान नजर आए। नीरज के साथ पूरे सफर के दौरान उपायुक्त सुशील सारवान भी मौजूद रहे।
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