नगर के प्रमुख स्थानों पर लगाए दर्जनों पानी के कुंड
पक्षियों के टीन के कनस्तर में की दाने-पानी की व्यवस्था
सत्यखबर सफीदों: गौरक्षा दल ने अनूठी पहल करते हुए गौवंश व अन्य जीव-जंतुओं के लिए नगर के अनेक प्रमुख स्थानों पर छोटे पानी के कुण्ड स्थापित किए है, ताकि गर्मी में जीव-जंतु उसमें पानी पी सकें। इसके अलावा उन्होंने पक्षियों के दाना व पानी की व्यवस्था के लिए टीन के कनस्तर भी स्थापित किए है। गौरक्षा दल के इस पुनित कार्य की चहुं ओर भूरी-भूरी प्रशंसा हो रही है। इस मौके पर डा. राधे गुप्ता विशेष रूप से मौजूद थे। बुधवार को गौरक्षा दल के जिलाध्यक्ष दीपक चौहान के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता सिमेंट से बने ये पानी के कुण्ड व टीन से बने कनस्तरों को लेकर नगर के मुख्य बाजारों, मोहल्ला व चौराहों पर पहुंचे और वहां पर दुकानों व घरों के बाहर इनकी स्थापना की। कार्यकत्र्ताओं ने टीन के कनस्तरों में पानी व दाना डालकर उन्हे पेड़ों पर लटकाया। कार्यकत्र्ताओं ने दुकानों व घरों के मालिकों से निवेदन किया कि वे हर रोज सुबह-शाम इस कुण्ड में जीव-जन्तुओं के लिए पानी भरें। गौरक्षा दल के जिला प्रधान दीपक चौहान बताया कि गर्मी अत्याधिक है और पारा उच्च स्तर पर निरंतर जा रहा है। जिस प्रकार इंसान को जीने के लिए पानी की आवश्यकता है, ठीक उसी प्रकार पशुओं व अन्य जीवों को भी पानी की आवश्यकता होती है। आज के भौतिकवादी च भागमभाग की जिंदगी में इंसान केवल अपने बारे में सोचता है लेकिन उसे जीव-जन्तुओं के बारे में भी सोचना चाहिए क्योंकि वे भी इस प्रकृति का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि कई बार देखने में आता है कि गर्मियों के दिनों में पानी ना मिलने के कारण पशुओं की मौत हो जाती है। इसी बात को ध्यान में रखकर गौरक्षा दल यह कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा लोगों के सहयोग से करीब 50 सिमेंट के कुण्ड बनावाए है। पिछले वर्ष भी इसी प्रकार की मुहिम ख्चख्लाई गई थी। जिन दुकानदारों व घरों के बाहर ये कुण्ड लगाए गए हैं उनसे विनम्र प्रार्थना की गई है कि वह स्थापित कुण्ड में हर रोज ताजा पानी भरे ताकि गली, मौहल्लों व दुकानों के आगे से गुजरने वाला पशु व छोटा जीव-जन्तु उसमें पानी पी सके। उन्होंने बताया कि पहले समय में सरकार व समाजसेवी लोगों के द्वारा पानी की खेल बनवाई जाती थी लेकिन बदलते दौर में वे चीजें खत्म होती जा रही हैं और उसका खामियाजा बेजुबान पशुओं को उठाना पढ़ रहा है। पानी की खेल बनाने के लिए काफी स्थान की आवश्यकता होती थी लेकिन इन छोटे-छोटे कुण्डों को बहुत कम स्थान में सुगमता के साथ रखा जा सकता है और कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी से बाल्टी से इसमें हर रोज ताजा पानी भर सकता है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे अधिक ना सही कम से कम अपने घरों की छतों पर पानी और दाने की व्यवस्था जरूर करें ताकि धरती पर जीव-जंतुओं का अस्तित्व निरंतर बना रहे।
Scrap aluminium byproduct reclamation Aluminium recycling carbon footprint Metal recycling company