ताजा समाचार

चुनाव आयोग पहले भाजपा नेताओं पर कार्यवाही करने की हिम्मत दिखाए, कानून व संविधान के अनुसार मुझ पर कार्यवाही करें – जयहिन्द

सत्यखबर चंडीगढ़ (ब्यूरो रिपोर्ट) – आज आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पंडित नवीन जयहिन्द फरीदाबाद लोकसभा में पलवल से कुलदीप कौशिक, बल्लभगढ़ से हरेन्द्र भाटी, बड़खल से धर्मबीर भड़ाना, फरीदाबाद एनआईटी से संतोष यादव, फरीदाबाद ओल्ड से सुमनलता के प्रचार प्रसार अभियान में पहुंचे। कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने विधानसभा में पैदल यात्रा निकाली व् प्रत्याशियों के लिए दिल्ली में किये कामों के आधार पर वोट मांगी। इस अवसर पर बूथ स्तर के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश के भाईचारे का सत्यानाश करके दिया। पलवल और फरीदाबाद राजधानी से सटे होने के बावजूद पलवल की जनता बिजली-पानी, शिक्षा-स्वास्थ्य जैसी मुलभुत सुविधाओं के लिए तरस रही है। युवा रोजगार के लिए धक्के खा रहे है। यहाँ पर सुविधाए सिर्फ कागजों में रही। यहाँ के सरकारी स्कूल-अस्पतालों का सरकार ने सत्यानाश कर रखा है। सरकार कह रही है कि अगले पांच साल सरकारी स्कूल-अस्पतालों को सुधारेगी। लेकिन पहले ये तो बताये कि पिछले पांच सालों में सरकार ने क्या किया है ? जनता के लिए घोषणा-पत्र नही भाजपा फिर से जुमला पत्र लेकर आई है। फरीदाबाद और पलवल की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है।

Delhi News: "मकान बिकाऊ है" से गूंजी गलियां, कुनाल की हत्या ने हिंदुओं में पैदा किया खौफ और पलायन की लहर
Delhi News: “मकान बिकाऊ है” से गूंजी गलियां, कुनाल की हत्या ने हिंदुओं में पैदा किया खौफ और पलायन की लहर

वहीं प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग मुझे नोटिस भेजा लेकिन क्या चुनाव आयोग को भाजपा के फरसा, गदा, तलवारें नही दिख रही है। भाजपा के नेता जो खुलेआम सरकारी मशीनरी का प्रयोग रहे है क्या वो आचार संहिता उल्लंघन नही है। मुख्यमंत्री एक महिला नेता को मरी हुई चुहिया बता रहे है जो न तो भारतीय संस्कृति है और न ही हरियाणा की संस्कृति है। क्या चुनाव आयोग की आत्मा मर गई है ? भाजपा वाले कभी हरियाणावासियों को पाकिस्तानी बता रहे है जबकि देश की सेवा में सबसे ज्यादा शहीद हरियाणा के वीर जवान होते है। तब चुनाव आयोग क्यों धृतराष्ट्र बन जाता है ?

दक्षिण अफ्रीका में Neeraj Chopra के नाम की धाक, क्या 90 मीटर का निशान होगा पार?
दक्षिण अफ्रीका में Neeraj Chopra के नाम की धाक, क्या 90 मीटर का निशान होगा पार?

यह फरसा एक धार्मिक चिन्ह है, जो एक सिंबॉलिक रूप में हम जनता के बीच लेकर जा रहे हैं ताकि जनता को याद दिला सके कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने किस तरह से सरेआम गर्दन काटने की बात कही थी, यह फरसा गरीब, किसान, जवान, आम जनता की गर्दन बचाने के लिए लेकर जा रहे हैं अगर चुनाव आयोग को मुझ पर कोई कार्यवाही करनी है तो बेशक करें लेकिन भाजपा नेताओं पर भी कार्रवाई करने की हिम्मत दिखाए, चुनाव आयोग बीजेपी के एजेंट की तरह काम ना करें। जो गर्दन काटने की बात कर रहे है उन्हें चुनाव आयोग सह दे रहा है और जनता को याद दिलाने वालों को नोटिस भेज रहा है। चुनाव आयोग को जो कार्यवाही करनी है करें, वे फरसा हमेशा साथ रखेंगे।

Back to top button