सत्य खबर, कैथल
जिले में जजपा नेता पर ASI से दुष्कर्म का केस दर्ज होने के बाद शिकायतकर्ता और आरोपी दोनों ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यरोप लगा रहे हैं । एएसआई का कहना है कि राजनीतिक दवाब के चलते पुलिस उसके केस को दबाने में लगी है। अब तक केस दर्ज करने की सभी औपचारिताएं पूरी नहीं हुई हैं। उसे FIR की कॉपी तक नहीं दी गई है। उधर आरोपी JJP नेता संदीप गढ़ी का कहना है कि महिला ASI उससे तीन बार पैसे ले चुकी है। इस बार 20 लाख की मांग थी, देने से मना करने पर केस दर्ज करवाया है।
पुलिस वाली को नहीं सुन रही पुलिस
महिला ASI बोली, “पुलिस उसको जरा भी सहयोग नहीं कर रही है। FIR की कॉपी भी नहीं मिली। मेरे से पहले तो FIR की कॉपी आरोपियों को मिल गई। आरोपी कहलवा रहा है कि यह हनीट्रैप है। हनीट्रैप तब होता है, जब रुपए मांगें जाएं या ब्लैकमेल किया जाए। वह वकील को मेरे ही घर भेजकर मुझे ही धमकी दे रहा है। 164 के बयान तो दूर अभी तक मौका मुआयना भी नहीं हुआ है। पर्चा दर्ज होने के बाद 24 घंटे के अंदर 164 के बयान और मेडिकल साथ-साथ होते हैं, इग्नोर नहीं कर सकते। मैं बाहर भी नहीं निकल पा रही। पुलिस कह रही है कि जांच करेंगे। मेरे पास वीडियो रिकॉर्डिंग हैं, प्रेगनेंसी की सभी रिपोर्ट हैं, गोल्ड खरीदने की रसीदें हैं और फोटो भी हैं। पुलिस मेरे से सबूत भी नहीं ले रही है। आरोपी राजनीतिक पहुंच का फायदा उठा रहा है।’
डराकर पहले 3 बार लिए 16.50 लाख, अब 20 लाख मांगे
वहीं संदीप गढ़ी ने बताया, “इसने मुझे बहुत टॉर्चर किया है। मुझे डराकर तीन बार पैसे ले चुके हैं। एक बार साढ़े पांच लाख रुपए का सोना लिया। एक बार सात लाख रुपए और एक बार चार लाख रुपए लिए। कितनी बार देंगे। अबकी बार तो सीधी 20 लाख रुपए की डिमांड रखी थी। जिस दिन केस दर्ज करवाया, किसी के माध्यम से संदेश भेजा कि 20 लाख रुपए दे दो नहीं तो केस दर्ज करवा रही हूं। जहां तक शादी का झांसा देने की बात है। मैं 2008 से शादीशुदा हूं और सभी को पता है। यह खुद जांच अधिकारी है।
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इसलिए इसे तो पता है कि केस को कैसे मजबूत बनाना है। किसका नाम कहां जोड़ना है। मेरी पत्नी ने तो इसे कभी देखा भी नहीं है। पता नहीं ऐसा क्यों किया जा रहा है या किसी के कहने पर ऐसा हो रहा है। मेरे पिताजी पुलिस अधिकारियों से मिले। अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दिया। हम इतना ही चाहते हैं कि निष्पक्ष जांच हो। दूध का दूध पानी का पानी किया जाए। हम गलत हैं तो हमारे ऊपर कार्रवाई हो। वह गलत है तो उस पर कार्रवाई हो।
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