सत्य खबर, हरियाणा
चक्रवाती तूफान का प्रभाव अब हरियाणा में भी दिखेगा। बता दें कि पाकिस्तान की ओर से बढ़ रहा पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोन की नमी भरी हवा हरियाणा में 18 मई से अपना पूरा असर दिखाना शुरू कर देगी। जिस के कारण हरियाणा के ज्यादात्तर क्षेत्रों में तेज हवा और गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। जिसके मद्देनजर पहले ही चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग ने इसको लेकर सर्तकता बरतने को कह दिया था।
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उन्होंने जानकारी देते हुए कहा था कि अरबसागर के दक्षिण पूर्व में एक कम दबाब का क्षेत्र बनने व आने वाले दिनों में डिप्रेसन व साइक्लोन बनने की संभावना है। जो कि अब ठीक वैसा ही दिखाई दे रहा है।
बीते शनिवार को डिप्रेशन ने साइक्लोन का रूप धारण कर लिया, जिसका नाम म्यांमार ने ताऊते रखा है। ये तूफान अगले दो दिनों में सीवियर साइक्लोन व बाद में तीव्र हो कर अति सीवियर साइक्लोन में परिवर्तित होता दिखाई देगा। जिसके बाद यह तूफान उत्तर- उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ आगे बढ़ता हुआ गुजरात के तटों के आसपास भी अपना प्रकोप प्रभाव दिखा सकता है। इसकी उत्तर या उत्तर पश्चिम में बढ़ने की भी प्रबल संभावना बनती नजर आ रही है। इसी के चलते इस तूफान का प्रभाव हरियाणा में भी देखने को मिलेगा।
वहीं डा. मदन खिचड़ बताते हैं कि डिप्रेशन एक प्रकार से कम दबाव का क्षेत्र होता है। परंतु इसमें हवाओं की रफ्तार और ऊर्जा बढ़ी हुई होती है। इसी अवस्था को डिप्रेशन कहते है। डिप्रेशन के बाद ही साइक्लोन बनता है, जिसकी रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटा से भी ज्यादा हो जाती है। इसके बाद अति तीव्र चक्रवाती तूफान (सीवियर साइक्लोन) बनता है। इसमें हवाओं की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से भी तेज होती है।
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