सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाने के मद्देनजर ड्राइविंग लाइसैंस न बनाने के निर्देश दिए गए थे, ताकि लोगोंं की कम से कम भीड़ हो और सोशल डिस्टेसिंग का पालन हो। लेकिन गत एक जुलाई से लाइसैंस बनवाने के आदेश के बाद लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है और लोगों में एक-दूसरे से पहले लाइसैंस बनवाने की होड़ लग गई। ऐसा ही नजारा लघु सचिवालय में मैडीकल बनवाने के लिए लोगों की भीड़ देखकर लगा, जब उम्मीदवार धक्का-मुक्की करते नजर आए। लोगों का कहना था कि दोपहर साढ़े बारह बजे तक भी सचिवालय में मैडीकल जांच के लिए डॉक्टर नहीं पहुचे थे। उनका कहना था कि प्रशासन को चाहिए कि गत 3 महीनों में लाइसैंस संबंधी कार्य न होने के कारण लोगों के कार्य अटके पड़े हैं और ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि वो मैडीकल संबंधी जांच के लिए उचित प्रबंध करें, ताकि लोगों की कम से कम भीड़ हो। इसके अतिरिक्त डॉक्टरों के बैठने का समय दोपहर को सिर्फ एक घंटा है, जो कि कम है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि मैडीकल करवाने का समय सुबह 10 बजे से एक बजे तक किया जाए, ताकि भीड़ बढऩे न पाए और कोरोना महामारी से बचा जा सके।
Aluminium recycling market projections Aluminium scrap depollution Metal scraps recycle