सुरक्षा इंतजाम आम जनता के लिए बने समस्या
सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: शनिवार को सफीदों में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित की गई शहीद सम्मान तिरंगा यात्रा में कहीं ना कहीं किसान आंदोलन का असर देखने को मिला। हालांकि किसानों ने इस तिरंगा यात्रा विरोध ना करने की पहले ही घोषणा कर दी थी लेकिन फिर भी प्रशासन व पुलिस इस यात्रा को लेकर काफी सजग दिखाई पड़ी। पुलिस ने यात्रा मार्ग की पूरी तरह से किलेबंदी कर दी थी। पुलिस के यह सुरक्षा इंतजाम कहीं ना कहीं आम जनता के लिए समस्या बनते हुए दिखाई पड़े। गौरतलब है कि सफीदों में शनिवार को भाजपा ने तिरंगा यात्रा निकालने की घोषणा की हुई थी। इस यात्रा में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने शिरकत करना था। पुलिस ने रात में ही तिरंगा यात्रा मार्ग को सील करने की योजना बना दी थी और सभी रास्तों पर बैरिकेटस डाल दिए गए थे। सुबह तक सबकुछ ठीकठाक था और उसके बाद नगर के हर मार्ग पर पुलिस की टुकडिय़ां आकर तैनात हो गई थी।
यह भी पढ़ें:- 10, 11 और 12 अगस्त को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक, किसान आंदोलन समेत कामकाज की होगी समीक्षा…
आईपीएस नितीश कुमार, एसएचओ सिटी रामकुमार, एसएचओ सदर संजय कुमार व सीआईए इंचार्ज अब्बास ख्खान अपनी टीम के साथ फील्ड में उतर चुके थे। जैसे ही यात्रा निकलने का समय नजदीक आया तभी यात्रा मार्ग पर जोरदार बैरिकेटिंग कर दी गई। नगर का नहर पूल, नागक्षेत्र मोड़ व महात्मा गांधी मार्ग को आम जनता के लिए एकतरफ से पूरी तरह से बंद कर दिया गया। जब यात्रा रामलीला मैदान से शुरू हुई तो सभी मार्गों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। मार्ग बंद होने के कारण वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सड़कों पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें व जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। वाहन चालक इधर-उधर से निकलने की कोशिश करते हुए दिखाई पड़े। इसके अलावा यात्रा को काफी छोटा कर दिया गया। यात्रा को नगर के रामलीला मैदान से शुरू करके महाराजा अग्रसैन चौंक व महात्मा गांधी मार्ग से निकालकर समेट दिया गया। यात्रा का पूरा कार्यक्रम शांतिपूर्वक तरीके से से निपट गया और लोगों ने राहत की सांस ली।
Aluminium recycling outreach programs Aluminium scrap chemical treatment Scrap metal processing facility