सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
रेलवे सेफ्टी कमीश्नर द्वारा टीम के साथ गत 11 जनवरी को नरवाना- कुरूक्षेत्र विद्युतीकरण रेलवे लाइन का बारीकि से निरीक्षण किया था और इस दौरान सब स्टेशनों व पुलों की भी जांच की थी, ताकि कोई भी लाइन पर कमी होने पर ठीक की जा सके। लेकिन कुरूक्षेत्र तक रेलवे लाइन पर सब कुछ ठीक-ठाक रहा। इसके बाद कुरूक्षेत्र रेलवे स्टेशन पर नारीयल फोड़कर और इलैक्ट्रिक इंजन को सिंदूर लगाकर नरवाना के लिए इलैक्ट्रिक ट्रेन को रवाना कर दिया था। रेलवे सेफ्टी कमीश्नर ने सब ठीक मिलने के बाद 14 जनवरी से इलैक्ट्रिक ट्रेन चलाने की हरी झंडी दे दी थी। मकर सक्रांति के पर्व पर नरवाना-कुरूक्षेत्र ट्रेन चलने की खबर सुनकर यात्रियों मेें खुशी का माहौल था और उनको यह लगने लग गया था कि कुरूक्षेत्र पहुंचने में जो अढाई घंटे लगते हैं, वो अब इलैक्ट्रिक ट्रेन चलने से आधा घंटे की बचत होगी। परन्तु जैसे ही सुबह नरवाना रेलवे स्टेशन पर जींद से ट्रेन आकर रूकी, तो यात्रियों ने देखा कि ट्रेन में अभी डीजल इंजन लगा हुआ है। जिस कारण उनका मन दु:खी हो गया। वे बुझे मन से ट्रेन में सवार होकर रवाना हो गये।
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नरवाना-कुरूक्षेत्र रेलवे लाइन पर इलैक्ट्रिक ट्रेन का सफल ट्रायल हो चुका है। इस लाइन पर इलैक्ट्रिक ट्रेन चलने में अभी 3-4 दिन लगेंगे। इसका कारण यह हो सकता है कि दिल्ली मंडल से अभी इलैक्ट्रिक इंजन नहीं मिला होगा। इस बारे में उच्चाधिकारी ही बता सकते हैं।
मुंशी राम
स्टेशन अधीक्षक, नरवाना।
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