सत्य खबर, पानीपत
24 अगस्त से टोक्यो में शुरू हुए पैरालंपिक के लिए कई भारतीय खिलाड़ी वहां पुहंच चुके हैं। वहीं आज हरियाणा के पानीपत जिला के रहने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नवदीप भी टोक्यो के लिए रवाना हो चुके हैं। नवदीप इसराना हल्के के बुआना लाखू गांव के रहने वाले हैं और इस बार पूरे परिवार समेत, गांव वालों को भी उनसे काफी उम्मीदें हैं। पैरालंपिक में क्वालीफाई करने के लिए नवदीप का भाला रिकॉर्ड दूरी से महज 50 सेंटीमीटर ही दूर रहा था। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि वो भी नीरज चोपड़ा की तरह देश के लिए गोल्ड मेडल लेकर आएगें।
आपको बता दें कि नवदीप का मुकाबला 4 सितंबर को होना है और कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवदीप से बात कर उनका हौसला बढ़ाया था। पीएम ने उन्हें पैरालंपिक में अपना प्रदर्शन 100 प्रतिशत देने के लिए कहा था। पीएम ने नवदीप को प्रोत्साहित करते हुए कहा था कि वो बिना किसी दबाव के अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। वहीं नवदीप के पिता दलबीर ने कहा कि इस बार ओलंपिक में हमारा बेटा गांव का ही नहीं पूरे प्रदेश का भी नाम रौशन करेगा। नवदीप के पिता दलबीर ने कहा कि हमारा बेटा देसी घी और दूध पीकर बड़ा हुआ है।
वो दिन में 8 से 10 घंटे अभ्यास करता है। इसलिए हमें पूरी उम्मीद है कि वो टोक्यो में भारत का परचम लहराकर आएगा। उन्होंने कहा कि 4 सितंबर को गांव में बड़ी स्क्रीन लगाई जाएगी और पूरा गांव उसका मुकाबला देखेगा। वहीं शनिवार को नवदीप को टोक्यो रवाना करते समय काफी संख्या में ग्रामीण खासकर युवा वर्ग मौजूद था।
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बता दें कि जिस गांव बुलाना लाखू के नवदीप हैं उस गांव में ज्यादतर युवा खिलाड़ी ही हैं। गांव में बाकायदा एक दादा लाखू स्र्पोटस क्लब भी है। जिसके माध्यम से गरीब खिलाडिय़ों की मदद भी की जाती ताकि प्रतिभावान खिलाड़ी आर्थिक कमी से खेल ना छोड़ दे। यही वजह है कि गांवों के कई खिलाड़ी प्रदेश, नेशनल व इंटरनेशनल लेवल पर पदक ला चुके हैं और अब गांव का बेटा ओलंपिक में पदक लाना गया है।
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