सत्य खबर, नई दिल्ली
दुनिया में आपको ऐसे कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें अजीबोगरीब खान पान की आदत होती है । लेकिन इन दिनों एक अमेरिकी अपने अजीबगरीब आदत की वजह से सुर्खियों में है । महिला की इस आदत के बारे में जानकर हर कोई हैरान है । दरअसल, यह महिला अपने मरे हुए पति की अस्थियों की रोज चटकारे लेकर चाटती है और उसे ऐसा करने में काफी मजा भी आता है । आइए जानते हैं आखिर ये मामला क्या है ।
जानकारी के मुताबिक, अमेरिका के टेनेसी की रहने वाली इस महिला का नाम केसी है और वह 26 साल की है । कुछ समय पहले उनके पति सियान की अस्थमा अटैक से मौत हो गई थी । केसी अपने पति की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई । इससे उबरने के लिए उसने अजीबोगरीब फैसला कर लिया । इस महिला ने अपने मरे हुए पति की अस्थियों को चाटकर उसे खुद के अंदर समाने की ठान ली । सुनने में यह किसी को भी अजीब लगे, लेकिन यही सच्चाई है । केसी बताती हैं कि अस्थियां चाटने की उनकी ये आदत कब लत में बदल गई, उन्हें पता ही नहीं चला । उनकी मानें, तो बिना राख चाटे अब उन्हें चैन नहीं मिलता है । हालांकि, केसी को इस बात की भी चिंता सताती है कि जब अस्थियां खत्म हो जाएगी, तब वे क्या करेंगी । केसी का कहना है कि उनकी इस आदत को लेकर उन्हें शर्मिंदगी भी महसूस होती है, लेकिन वह अब लाचार हैं ।
टीएलसी के एक प्रोग्राम में केसी ने अपनी इस अजीबोगरीब लत के बारे में जब बताया, तो सब लोग हैरान रह गए । केसी के मुताबिक, वे अपनी लत की वजह से पति की अस्थियों को हर जगह अपने साथ लेकर ही जाती हैं । फिर चाहे वह शॉपिंग के लिए बाहर हों या फिर किसी मूवी या रेस्तरां में खाना खाने गई हों । पति की अस्थियां हर पल केसी के साथ रहती है । केसी का कहना है कि एक बार गलती से थोड़ी राख जमीन पर गिर गई थी । उन्होंने उसे फेंकने की बजाए उंगलियों से उठाकर चाट लिया । इसके बाद से ही उन्हें राख चाटने की आदत लग गई ।
ये भी पढ़ें… पति ने फेवरेट शर्ट नहीं पहनी, पत्नी ने जान दी
केसी के मुताबिक, अब तक उन्होंने एक किलो राख चाट ली होगी । उन्होंने इसके स्वाद के बारे में बताया कि यह किसी सड़े हुए अंडे जैसा लगता है । वहीं, डॉक्टर्स का कहना है कि केसी की यह आदत उनके स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है, क्योंकि शवों में टॉक्सिन्स होते हैं ।
Renewable copper resources Copper recycling technologies Scrap metal reclaiming and reprocessing
Copper cable recycling best practices, Metal waste shearing, Copper recycling