राष्‍ट्रीयवायरलहरियाणा

पानीपत में कोरोना वायरस के जेएन-वन वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी

Alert issued regarding JN-1 variant of Corona virus in Panipat 

सत्य खबर , पानीपत । 

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट जेएन-वन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अलर्ट करने पर जिला नागरिक अस्पताल में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी के अनुरूप मास्क, आईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन प्लांट, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं के साथ स्वास्थ्य विभाग को तैयार रहने के निर्देश दिए जा चुके हैं। खांसी-जुकाम के मरीजों के आरटीपीसीआर जांच होगी। वहीं नागरिक अस्पताल समालखा सामान्य अस्पताल व सभी सीएचसी व पीएचसी के डॉक्टरों को ओपीडी बढ़ाने के भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इनमें कोरोना के केस मिलने पर उनके सैंपल को जांच के लिए एम्स की लैब में भेजा जाएगा। नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट की टेस्टिंग भी गई है। जल्द जेएन-वन से संक्रमित लोगों को अस्पताल लाने के लिए स्टाफ को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र से आने वाले लोग होंगे ट्रेस

देश में कोरोना के जेएन-वन वेरिएंट के रोगी लगातर मिल रहे हैं। गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र में अधिकतर रोगी मिले, इसके चलते तीन राज्यों से आने वाले लोगों को ट्रेस किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग जरूरत पडने पर पुलिस की मदद भी लेगा। तीनों राज्यों से आने वालों की जांच होगी उन्हें आइसोलेट भी किया जाएगा।

सिविल अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड है

पानीपत के सिविल अस्पताल में अस्पताल में 60 बेड का आइसोलेशन वार्ड है। 54 वेंटिलेटर व 171 आईसीयू बेड है। इस संबंध में निजी अस्पतालों को भी चौकसी के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। दूसरी ओर पानीपत के सीएमओ डॉ.जयंत आहूजा ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए अपने हाथों को साबुन या पानी से नियमित रूप से अच्छे से साफ करें। लोगों से हाथ मिलाने से बचें। छींकने और खांसने के दौरान अपना मुंह व नाक रूमाल से ढकें। अपनी नाक, आंख व मुंह पर अनावश्यक छूने से बचें। अपने आसपास सफाई का विशेष ध्यान दें। फेस मास्क का अनिवार्य रूप से करें प्रयोग।

नागरिक घबराएं नहीं

डॉ.आहूजा ने बताया कि नए वेरिएंट को लेकर घबराने की बजाय सावधानी बरतना जरूरी है। विभाग इससे निपटने के लिए तैयार है। ऑक्सीजन प्लांट, दवा व जांच इत्यादि की सुविधा उपलब्ध है। ओपीडी में जांच बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। पिछले वेरिएंट की तरह ही कोरोना के जेएन-वन वेरिएंट की भी जांच आरटी पीसीआर के माध्यम से की जाएगी। जिले में बाहर से आने वाले लोगों को ट्रेस किया जाएगा।

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