सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
बालमन उत्साहित, ऊर्जावान तथा जिज्ञासु होता है बच्चों की बढ़ती हुई उम्र के साथ-साथ उनकी सोच और बौद्धिक क्षमता अनुसार पूछे गए सवालों का समय रहते जवाब देना बच्चों को सही दिशा में बढऩे हेतु प्रेरित सिद्ध होता है। इसलिए आवश्यक है कि पारिवारिक व सामाजिक वातावरण मित्रवत व सहयोगी हो। वर्तमान में कॉविड -19 कोरोना महामारी की वजह से शैक्षणिक संस्थानों में लॉकडाउन जारी है, ऐसी परिस्थिति में बच्चों, अभिभावकों व शिक्षकों के मन में तरह-तरह के सवाल पैदा हो रहे हैं। उद्देश्य सबका एक है- बच्चों का बेहतर विकास। किसी भी तरह से बच्चे तनावग्रस्त व अवसाद ग्रसित ना होने पाए। इसी मनोस्थिति के मद्देनजर राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक स्वयं राज्य भर के बच्चों, अभिभावकों व शिक्षकों को सहयोग प्रदान करने हेतु ऑनलाइन माध्यम से वेबीनार आयोजित करके निरंतर मन में पैदा हो रहे सवालों के मनोवैज्ञानिक निदान हेतु प्रयास कर रहे है। इसी कड़ी में गांव डूमरखा स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं, शिक्षकों व अभिभावकों के साथ-साथ स्कूल फेसबुक पर जुड़े हुए अन्य लोगों के लिए सवाल आपके -जवाब हमारे कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न तरह के 21 सवालों जिनमें मुख्यत: कोरोना संक्रमण, ऑनलाइन शिक्षा पद्धति, मोबाइल के दुष्प्रभाव, इंटरनेट की अनुपलब्धता, शिक्षकों और विद्यार्थियों के जुड़ाव में कमी, अभिभावकों व शिक्षकों के प्रति मान -सम्मान में कमी, छात्राओं की पढ़ाई के प्रति कम होती रुचि, तुरंत समस्या समाधान, उत्पन्न हो रही चिंता, तनाव व अवसाद की स्थिति में बेहतर समाधान हेतु सुझाव दिये। वेबीनार के सफल आयोजन हेतु प्राचार्य किताब सिंह मोर, राजवीर, पंकज आदि मौजूद रहे।
Aluminium recycling equipment maintenance Scrap aluminium resource recovery Scrap metal reclamation operations