सत्यखबर
कल यानि 20 जून को पूरा देश Fathers Day मनाने जा रहा है. एक पिता-पुत्र के रिश्तें के लिए ये दिन बेहद खास होता है. फादर्स डे हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता है. ये दिन इसलिए खास होता है क्योंकि ये अनोखा दिन पिता के प्यार और त्याग के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए बनाया गया है,
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हर इंसान के जीवन में उनकी सफलता के पीछे उसके माता-पिता की अहम भूमिका होती है. हर माता-पिता ताउम्र अपने बच्चों के जीवन को बेहतर करने की कोशिश में जुटे रहते हैं. ऐसे में उनके लिए सम्मान और प्यार को प्रकट करने का मौका किसी भी बच्चें को नहीं गंवाना चाहिए.
दुनियाभर में Fathers Day अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है. यूरोप के लोग इस दिन को 19 मार्च ‘सेंट जोसेफ दिवस’ के रूप में मनाया जाता है, अमेरिका में, ये दिन भारत की ही तरह जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है. वहीं ऑस्ट्रेलिया, समोआ और एस्टोनिया में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में इस दिन को मनाया जाता है.
‘फादर्स डे’ का इतिहास- इस दिन को पहली बार सोनोरा स्मार्ट डॉस नाम की एक महिला ने बनाया था. जिसके पिता ने उसे और उसके 5 भाई-बहनों को कड़ी मेहनत के साथ अकेले ही पाला था. वो महिला अपने पिता के सम्मान के लिए इस दिवस को आधिकारिक रूप से स्थापित करना चाहती थी. जिसके बाद 19 जून 1910 को वाशिंगटन राज्य ने इस दिन को ‘फादर्स डे’ के रूप में घोषित किया. जिसके बाद साल 1916 के तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने इस दिन को मनाने को स्वीकृति दी थी. वहीं 1924 में राष्ट्रपति कैल्विन कुलिज ने फादर्स डे को राष्ट्रीय आयोजन घोषित किया था. लेकिन इसे मनाने के लिए जून के तीसरे रविवार को चुना गया. जिसका फैसला 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने लिया था. वहीं 1972 में पहली बार यह दिन नियमित अवकाश के रूप में घोषित किया गया.
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