सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
सिद्धि विनायक सेवा समिति के उपप्रधान राकेश शर्मा ने कहा कि मां-बाप के बाद ये स्कूल ही हैं, जो बच्चे को नैतिक व जीवन में अग्रसर होने की शिक्षा देते हैं। लेकिन कुछ लोग स्कूलों के खिलाफ अनाप-शनाप बातें कह रहे होते हैं। पर वे यह भूल जाते हैं उन्हें भी अपनी शिक्षा स्कूल में जाकर ही मिली है। उन्होंने कहा कि क्या बच्चे जितना ज्यादा घरों में कैद रहेंगे, उनकी मानसिकता भी बहुत नीचे नहीं चली जाएगी और भी वे अपनी नैतिकता को भी भूल जाएंगे। क्योंकि स्कूल में अनुशासन का डर व प्रेम होता है। जिससे उन्हें जीवन में आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है। अगर ऐसा ना हो तो कोई भी मां बाप चाहे जितना भी पढ़ा लिखा क्यों ना हो, वह अपने बच्चे को स्कूल जरूर भेजता है। क्योंकि स्कूल से ही बच्चा राष्ट्र का निर्माता बनता है और रही बात बच्चों की देखभाल की स्कूलों के लिए अपने बच्चों से बढ़कर स्कूल के बच्चे होते हैं। इन हालात वे बच्चे के साथ रिस्क नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि स्कूल और अभिभावक एक परिवार है। अफवाह ना फैलाएं, स्कूल सही समय पर बच्चों के हित फैसला लेंगे।
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