बच्चों को चरित्र-चित्रण के माध्यम से अच्छे-बुरे का भेद बताना होगा- मलिक
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
बच्चों एवं युवा किशोरों को नकारात्मक प्रभाव से बचाने एवं मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाने हेतु राजीव गांधी सनातन धर्म महाविद्यालय में बच्चों को शोषण से बचाने में युवा नेतृत्व की भूमिका विषय पर आयोजित सेमिनार में राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि हमारे देश के युवा अति उत्साहित व ऊर्जा से लबालब भरे हुए हैं, जरूरत है तो सिर्फ उन्हें उचित मार्गदर्शन की। युवा मन अगर जागरूक, उत्साहित और ऊर्जा से लबालब है तो विभिन्न सामाजिक ज्वलंत मुद्दों के प्रति चिन्तनशील तरीके से समुदायी स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को चाहिए कि बाल मन को आघात ना पहुंचे, कोई भी व्यक्ति बच्चों का शोषण ना कर सके। इसके लिए बच्चों को खेल के माध्यम से, चरित्र-चित्रण से, उदाहरणों से या प्रेरणादायक कहानियों से सीखाना होगा तथा अच्छे और बुरे का भेद बताना होगा। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थाएं भी ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन करें, जिनके माध्यम से बच्चों को जागरूक किया जा सके। संगोष्ठी, लघु-नाटिका, जागरूकता शिविर निरन्तर जरूरी हैं।