सत्य खबर । पंजाब
बठिंडा में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जिले के हमीरगढ़ गांव में एक व्यक्ति ने अपने तीन बच्चों की हत्या करने के बाद फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया जाता है कि वह महीनेभर पहले हो चुकी पत्नी की मौत से परेशान और रिश्तेदारों से नाराज था। इस बात का खुलासा मौके से मिले आठ पन्ने के सुसाइड नोट से हुआ है। उसमें उसने लिखा है कि मैं अपनी पत्नी के बिना नहीं रह सकता। उसकी मौत के बाद मेरा जीना मुश्किल हो गया है और अब उसी के पास जा रहा हूं। मेरे मरने के बाद किसी भी रिश्तेदार को कुछ भी मेरे घर से लेने मत देना। गेहूं और सारे सामान के अलावा घर बेचकर जो पैसे मिले वह गुरुद्वारे को दान में दे दिया जाए। पुलिस ने चारों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है।
मृतक व्यक्ति की पहचान 35 वर्षीय बेअंत सिंह के तौर पर हुई है। वह रिक्शा चलाकर परिवार का पेट पाल रहा था। वहीं बच्चों मेंं सात साल का बेटा प्रभजोत सिंह, 3 साल की बेटी खुशप्रीत कौर और सवा साल की बेटी सुखप्रीत कौर हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बेअंत सिंह की पत्नी लवप्रीत कौर की करीब एक माह पहले कैंसर से मौत हो गई थी। इसके बाद से वह मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा था और आज इसी के चलते उसने यह खतरनाक कदम उठा लिया। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चारों शवों को फंदे से उरवाकर रामपुरा सिविल अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस में भेज दिया।
वहीं पुलिस को मौके से आठ पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उसने न सिर्फ मरने के लिए मजबूर होने की कहानी लिखी है, बल्कि यह भी जिक्र किया है कि उसके घर और घर के सारे सामान को बेचकर गुरुद्वारे में दान कर दिया जाए। मुश्किल समय में मेरा और मेरे परिवार का किसी ने साथ नहीं दिया, इसलिए किसी भी रिश्तेदार को यहां से एक तिनका भी नहीं उठाने देना। मृतक बेअंत सिंह ने पूरी सूची बनाई है कि किस सामान का क्या करना है। इसके अलावा उसने पत्नी के वियोग में पंजाबी में शायरी भी की है।
बहरहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इस बारे में थाना भगता भाईका के एसएचओ अमृतपाल सिंह ने बताया कि कानूनी कार्रवाई करने के लिए पुलिस मृतक बेअंत सिंह पर बच्चों की हत्या करने के आरोप में मामला दर्ज कर रही है। चारों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मौके से मिले सुसाइड नोट और आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ के आधार पर भी आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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