सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: करनाल में घरौंडा के पास बस्ताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों के ऊपर हुए लाठियां के विरोध में सफीदों क्षेत्र के किसानों ने नगर के खानसर चौंक पर पानीपत-सफीदों-असंध सड़क मार्ग को जाम कर दिया। जाम के दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अपने संबोधन में किसानों का कहना था कि भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के आह्वान पर यह जाम लगाया है और उनके अगले आदेशों तक यह जाम जारी रहेगा। किसानों का कहना था कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपने प्रदर्शन कर रहा हैं लेकिन भाजपा सरकार किसानों के खिलाफ साजिशें रचकर किसानों और पुलिस को आपस में लड़ाने का काम कर रही है। सरकार ने उसी साजिश के अंतर्गत शनिवार को बस्ताडा टोल प्लाजा पर किसानों के ऊपर लाठीचार्ज करवाया। इस लाठीचार्ज में काफी किसान बुरी तरह से घायल हो गए। खट्टर सरकार ने किसानों को बदनाम करने की नियत से करनाल में मीटिंग रखी और पूरे करनाल क्षेत्र को सील करवा दिया। सरकार की इस कार्रवाई से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जब सरकार को इतना ही डर था तो यह मीटिंग करनाल की बजाए चंडीगढ़ या किसी ओर स्थान पर भी रखी जा सकती थी। किसानों का कहना था कि कृषि बिलों के विरोध में देशभर में चल रहे प्रदर्शनों में अब तक करीब 600 किसान शहीद हो चुके हैं लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ी हुई है। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह तत्काल इन काले कृषि कानूनों को वापिस ले।
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