सत्यखबर,यूपी,देव सैनी
यूपी के बागपत जिले के एक गांव में लाखों-करोड़ों की संपत्ति के मालिकों के मनरेगा में मजदूर मिलने पर हड़कंप मच गया.जिसका गांव के कुछ युवाओं ने मनरेगा में जारी इस भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया है। उन्होंने इस घोटाले से संबंधित फैक्ट सोशल मीडिया पर वायरल कर प्रशासन से मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। आरोप है कि सालों से इन अपात्र मनरेगा मजदूरों के नाम पर लाखों रुपये निकाले जा चुके हैं। बहरहाल बागपत में ऐसे भी मनरेगा मजदूर होंगे जिनकी लाखों-करोड़ों की संपत्ति होगी, ये किसी ने सोचा भी नहीं होगा। खेकडा ब्लॉक के मुबारिकपुर गांव के युवाओं ने ऐसे ही एक मामले का पर्दाफाश किया है। गांव के युवाओं ने गांव में काम करने वाले मनरेगा मजदूरों की लिस्ट गांव पंचायत की साइट से निकाली है और आरोप लगाया है कि मनरेगा के नाम पर गांव में गबन का खेल चल रहा है।
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एक ग्रामीण के मुताबिक गांव में ऐसे लोग जिनकी संपत्ति लाखों-करोड़ों में है। उनको मनरेगा में मजदूर बताया गया है। ये वो लोग हैं जो सात से आठ घंटे काम भी नहीं कर सकते। ऐसे लोगों के नाम पर पिछले कई सालों से मनरेगा मजदूरी निकाली जा रही है। इस सारे खेल में ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम प्रधान शामिल हैं। युवाओं ने सभी तथ्य इंटरनेट पर वायरल भी किए हैं। वहीं मामले को लेकर डीपीआरओ का कहना है कि अगर मनरेगा मजदूरों में ऐसे लोगों के नाम हैं तो ये नियमों के खिलाफ है। जिसकी जांच कराई जाएगी।
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