सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: उपायुक्त नरेश कुमार ने मत्स्य किसानों को जलमग्न क्षेत्र में तालाब निर्माण करने पर जोर देते हुए कहा कि मछली पालन से जहां एक ओर किसान बेहतर आमदनी हासिल कर सकते हैं । उसके दुसरी ओर जलभराव से परंपरागत फसलों को हो रहे नुकसान जैसी स्थिति से बचाया जा सकता हैं। किसान अपनी जलमगन भुमि में मछली पालन हेतु तालाब निर्माण कर अपनी आमदनी बढ़ा सकते है। इसके साथ-साथ बरसाती पानी का संरक्षण करके जल संरक्षण अभियान को भी बढ़ावा दिया जा सकता हैं। इससे इस्तेमाल न किये जा रहे एक बड़े रकबे को मत्स्य पालन के अधीन लाकर बेरोजगार युवाओं को रोजगार के नए अवसर सृजित किये जा सकते हैं व मत्स्य उत्पादन को बढ़ाया जा सकता हैं।
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उन्होने यह भी कहा कि मत्स्य किसान एफ पी ओ बनाकर सामुहिक रूप से मत्स्य पालन कर सकते हैं जिसमें उन्हे विभाग ही नहीं बल्कि नाबार्ड की ओर से भी आर्थिक सहायता मिल सकती हैं। गौरतलब हैं कि मत्स्य पालन विभाग हरियाणा द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत तालाब निर्माण, कोल्ड स्टोरेज, आर ए एस युनिट, बायोफ लॉक युनिट स्थापना, मत्स्य फ ीड मिल निर्माण व खाद-खुराक पर सामान्य वर्ग के प्रार्थी को 4० प्रतिशत व महिला व अनुसुचित जाति वर्ग के प्रार्थी को 6० प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाता हैं। तथा अन्य विभागीय स्कीम जैंसे अनुसुचित जाति के मत्स्य किसानों को पंचायती तालाब की प्रथम वर्ष पटटा राशि व खाद-खुराक पर वित्तिय सहायता प्रदान करना है।
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