सत्यखबर, यूपी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीनों नए कृषि कानून वापस लेने का ऐलान किया है। इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उन्हें चिट्ठी लिखकर लखीमपुर हिंसा केस में कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। प्रियंका ने कहा कि मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे ने किसानों को कुचला है। यह क्रूरता पूरे देश ने देखी है। ऐसे मंत्री को हटाया जाना चाहिए। आपका ऐसे मंत्री के साथ मंच साझा करना लखीमपुर नरसंहार के कातिलों को संरक्षण देता है।
मोदी को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा कि अगर किसानों को लेकर आपकी नीयत साफ है, तो अमित शाह और योगी आदित्यनाथ मंत्री अजय मिश्रा के साथ मंच साझा न करें। यह पीड़ित किसानों के परिवारों का अपमान है। उन्हें न्याय तभी मिलेगा, जब आरोपियों को बचाया नहीं जाएगा, इसलिए सबसे पहले मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करें।
प्रियंका की चिट्ठी में किए गए 5 बड़े सवाल
- लखीमपुर किसान मामले में अन्नदाताओं के साथ हुई क्रूरता को पूरे देश ने देखा। आपको यह जानकारी भी है कि किसानों को अपनी गाड़ी से कुचलने का मुख्य आरोपी आपकी सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा है?
- सरकार की मंशा देखकर लगता है कि सरकार किसी विशेष आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है।
- मैं लखीमपुर के शहीद किसानों के परिजनों से मिली हूं। वे असहनीय पीड़ा में हैं। सभी का कहना है कि वे सिर्फ अपने शहीद परिजनों के लिए न्याय चाहते हैं और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद पर बने रहते हुए उन्हें न्याय की कोई आस नहीं है।
- देश की कानून व्यवस्था के ज़िम्मेदार गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आपके मंत्री के साथ मंच साझा कर रहे हैं।
- आपने किसानों के हित को देखते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने फैसला लिया है। आपने कहा कि देश के किसानों के प्रति आप नेकनीयत रखते हैं। अगर ऐसा है तो लखीमपुर मामले में किसान पीड़ितों को न्याय दिलवाना भी आपके लिए सर्वोपरि होना चाहिए। मंत्री के साथ मंच पर विराजमान होने की बजाय उसे बर्खास्त करिए।
लखीमपुर में 3 अक्टूबर को क्या हुआ था?
लखीमपुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर नेपाल की सीमा से सटे तिकुनिया गांव में 3 अक्टूबर को दोपहर करीब तीन बजे किसान भारी मात्रा में प्रदर्शन कर रहे थे, तभी अचानक से तीन गाड़ियां (थार जीप, फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो) किसानों को रौंदते चली गईं। घटना से आक्रोशित किसानों ने जमकर हंगामा किया। इस हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हो गई। इसमें 4 किसान, एक स्थानीय पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ता शामिल हैं। यह घटना तिकुनिया में आयोजित दंगल कार्यक्रम में UP के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले हुई। घटना के बाद उप मुख्यमंत्री ने अपना दौरा रद्द कर दिया था। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की कार ने विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचला। इस मामले में मंत्री का बेटा आशीष जेल में है।
Aluminum scrap management Aluminium recovery technology Scrap metal reclamation management