सत्य खबर, चरखी दादरी
इस बार भी दादरी नगर परिषद ने देश में 11वां रैंक हासिल कर अपनी अलग ही छाप छोड़ी थी। 2021 में दो महीने देरी से होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए इसी महीने से तैयारियां शुरू कर दी हैं। नगर परिषद द्वारा सक्षमों की टीम बनाकर शहर के वार्डों में भेजकर लोगों से फीडबैक लिया जा रहा है।
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दूसरी तरफ शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए गाड़ियां जाती हैं या नहीं। इसका पता लगाने के लिए सभी नप ने अपने सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगवा दिया गया है। जो भी चालक लापरवाही करेगा उसके खिलाफ अब नगर परिषद विभागीय कार्रवाई करेगा। शहर को साफ सुथरा बनाने के लिए नगर परिषद जल्द ही ढाई करोड़ रुपये बजट से डंपिंग स्टेशन पर पड़ा करीब 30 हजार टन कूड़े कचरे का निस्तारण करेगा।
15 दिन के स्वच्छता पखवाड़े में हटाए गए थे सभी डंपिंग प्वाइंट
2 अक्टूबर से लेकर 17 अक्टूबर तक नगर परिषद ने विशेष तौर पर स्वच्छता पखवाड़ा चलाया था। इस दौरान शहर में बनाए गए सभी 18 डंपिंग प्वाइंट खत्म कर दिए गए थे। वहीं 2 अक्टूबर से ही सुबह शाम शहर के सभी वार्डों, कॉलोनियों व बाजार में कूड़ा उठान दिन में दो बार किया जा रहा है। इससे लोग खुले में कूड़ा फेंकने की जगह सुबह शाम गाड़ी आने का इंतजार करते हैं और उसी में कूड़ा करकट डालते हैं। लेकिन 50 प्रतिशत लोग अभी भी ऐसे हैं जो गीला व सूखा कूड़ा एक ही डस्टबिन में डालते हैं और बाहर खुले में हटाए गए डंपिंग प्वाइंट वाले स्थान पर ही डाल देते हैं। लेकिन धीरे धीरे लोग जागरूक हो रहे हैं और गाड़ी का इंतजार करने लगे हैं।
जीपीएस सिस्टम से पता चलेगा गाड़ी वार्डों में गई या नहीं
शहर में मुख्य चौक चौराहों व मार्गों से तो कूड़ा कचरा प्रतिदिन उठाया जाता है। लेकिन वार्डों व कॉलोनियों की भीड़ी गलियों में रहने वाले लोग अक्सर कूड़ा नहीं उठने की शिकायत करते रहते हैं। मगर नप कर्मचारी वहां से कूड़ा उठाने की बात कहते हैं। लेकिन अब लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों की चुक नगर परिषद अधिकारी तुरंत पकड़ लेंगे। क्योंकि कूड़ा उठान के लिए लगाई गई ऑटो टीपर और ई रिक्शा में जीपीएस सिस्टम लगवा दिया गया है। जिससे सीएसआई कार्यालय में बैठे बैठे देख सकेंगे कि गाड़ी वार्डों में कूड़ा उठाने पहुंची है या नहीं।
नर्सरी व किसानों को दी जाएगी कूड़े से बनने वाली जैविक खाद
नगर परिषद शहर को साफ सुथरा बनाने के लिए गीला व सूखा कूड़ा कचरा अलग अलग करने के लिए अभियान चला रहा है। ताकि डंपिंग स्टेशन पर गीला व सूखा कूड़ा अलग पहुंचे। इसके बाद गीले कूड़े से जैविक खाद बनाया जा सके और सूखे कूड़े से प्रयोग में लाने वाली वस्तुओं को अलग कर बेचा जा सके। इससे शहर में कूड़े का ढेर भी कम लगेगा और जैविक खाद भी नर्सरी व किसानों को दिया जा सकेगा। इसलिए लोगों को जागरूक करने के लिए 40 सक्षमों को नियुक्त किया गया है। जो शहर के सभी वार्डों व कॉलोनियों में जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
ढाई करोड़ से होगा कूड़े का निस्तारण, निजी कंपनी हायर की
नप के पास गीले व सूखे कूड़े को अलग करने की अब तक कोई विशेषता नहीं थी। इसलिए करीब 4 वर्षों से लगातार रावलधी भिवानी लिंक रोड बाईपास नजदीक बने डंपिंग स्टेशन पर ही शहर का गीला सूखा कूड़ा एक जगह डाला जा रहा है। पिछले 4 वर्षों में डंपिंग स्टेशन पर करीब 35 हजार टन कूड़ा कचरा जमा हो गया है। जिसके निस्तारण के लिए नगर परिषद ने एक कंपनी हायर कर ली है। कूड़ा निस्तारण के लिए करीब ढाई करोड़ के बजट को भी मंजूरी मिल चुकी है।
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