सत्य खबर, नई दिल्ली
राजधानी भोपाल में एक पांचवीं क्लास के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. बेटे की मौत के बाद परिजन सदमे में हैं. माता-पिता का कहना है कि बच्चा मोबाइल में फ्री फायर गेम खेलने का शौकीन था. पेरेंट्स ने पुलिस को बताया कि मोबाइल के अलावा टीवी में भी वो गेम खेलता था. गेम का बेटे पर इस कदर जुनून सवार था कि उसने गेम फाइटर की ड्रेस भी खुद ही ऑनलाइन मंगाई थी. पुलिस (MP Police) को मौके से किसी तरह कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. शंकराचार्य नगर बजरिया में रहने वाले योगेश ओझा ऑप्टिकल की दुकान चलाते हैं.
सुर्यांश उनका 11 साल का इकलौता बेटा था. सूर्यांश सेंट जेवियर स्कूल अवधपुरी में पांचवीं क्लास में पड़ता था. बुधवार दोपहर वो अपने चचेरे भाई आयुष के साथ दूसरी मंजिल के कमरे में बैठकर टीवी में फिल्म देख रहा था. इसी बीच, आयुष किसी काम से नीचे आ गया. थोड़ी देर बाद जब चाचा के बच्चे खेलने के लिए तीसरी मंजिल की छत पर पहुंचे तो देखा वहां, बॉक्सिंग रिंग में रस्सी के फंदे पर सूर्यांश लटका हुआ था.
अस्पताल जाने से पहले हुई मौत
जब बच्चों ने सूर्यांश को लटका देखा तो उन्होंने फौरन परिजनों को बताया. परिवार के लोग उसी समय सुर्यांश को प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो चुकी थी. डॉक्टर ने चेक करते ही बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
मोबाइल की जांच करेगी पुलिस
सुर्यांश के पिता योगेश ने पुलिस को बताया कि बच्चा मोबाइल में फ्री फायर गेम खेलता था. इसके अलावा जब कभी टीवी देखता था, वह गेम वाले सीरियल ही देखता था. ज्यादातर समय वो गेम में ही लगाता था. पिता ने कहा कि हम सब उसे गेम खेलने के लिए मना भी करते थे. पर वो किसी की बात सुनता नहीं था. पुलिस सूर्यांश के मोबाइल की भी जांच करेगी. जिससे यह पता चले कि कहीं उसे गेम में टारगेट तो नहीं दिया गया. योगेश के तीन भाई हैं. सभी ज्वाइंट फैमिली में रहते हैं.
3 महीने पहले भी की थी सुसाइड की कोशिश
पुलिस के मुताबिक करीब 3 महीने पहले भी सूर्यांश ने सुसाइड का प्रयास किया था. वह फांसी लगाने की तैयारी कर रहा था, इससे पहले मां पहुंच गई. उन्होंने उसे बचा लिया. इस पर मां ने उसे फटकार भी लगाई थी. ज्यादातर सुर्यांश गेम खेलने के लिए अपने दादा का ही मोबाइल लेता था.
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