शहीद कमल देशवाल का आज उनके पैतृक गांव जसौर खेड़ी में सैन्य सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार
सत्यखबर,झज्जर (संजीत खन्ना )
भारत चीन बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान हादसे में जान गंवाने वाले शहीद कमल देशवाल का आज उनके पैतृक गांव जसौर खेड़ी में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। महज 21 साल के जवान कमल को सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। हम आपको बता दें की कमल देसवाल भारत चीन बॉर्डर पर अरुणाचल प्रदेश में पोस्टेड था 28 मार्च को मौसम खराब होने के कारण उसकी पोस्ट पर आसमानी बिजली गिर गई। जिसके कारण वहां पर एक धमाका हुआ और बहादुरगढ़ के जसौर खेड़ी गांव के कमल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के दो और जवान भी शहीद हो गए थे। शुक्रवार को सुबह शहीद कमल का शव उनके पैतृक गांव लाया गया। जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। 21 साल का कमल ढाई साल पहले ही भारतीय सेना की राज राइफल में भर्ती हुआ था। वह तीन भाई बहनों में सबसे छोटा था। कमल का बड़ा भाई भी भारतीय सेना में कार्यरत है। बड़े भाई के नक्शे कदम पर चलते हुए ही कमल देश सेवा करने के जज्बे के साथ सेना जॉइन की थी। सूबेदार सोमवीर सिंह ने बताया कि कमल देशवाल बहुत ही हंसमुख था और देश की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहता था। वह नेशनल लेवल का कबड्डी प्लेयर भी था। उन्होंने शहीद कमल को श्रद्धांजलि दी है। इस मौके पर बहादुरगढ़ के विधायक नरेश कौशिक भी कमल देशवाल की अंतिम यात्रा में उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। उन्होंने कमल देशवाल की मौत को देश के लिए एक बड़ी हानि बताया और उनकी शहादत को सलाम किया। विधायक नरेश कौशिक ने हरियाणा सरकार की ओर से शोक संलिप्त परिवार को हर संभव सहायता मुहैया करवाने का आश्वासन भी दिया है। कमल देशवाल की मौत से पूरे गांव में शोक का माहौल है। तो वहीं परिवार के सबसे छोटे बेटे के चले जाने से कमल के परिजन भी सदमे में है और उनका रो रो कर बुरा हाल है।