सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन सर्वविदित है और सरकार द्वारा निजी स्कूलों को केवल मासिक शुल्क लेने के आदेश दिए गए हैं और इन आदेशों के चलते निजी स्कूल आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे समय में शिक्षा भारती मॉडल स्कूल, उझाना में पढऩे वाले एक विद्यार्थी के अभिभावक नरेश कुमार ने एक प्रेरक पहल करते हुए विद्यालय प्रबंधन के मना करने के बावजूद उन्होंने न केवल अपने बच्चों का दाखिला शुल्क जमा कराया, बल्कि 3 महीने की मासिक फीस भी जमा करवाई। नरेश कुमार का मानना है कि लॉकडाउन में अध्यापक ऑनलाइन माध्यम से बच्चों की पढ़ाई करवा रहे हैं और अगर मेहनतकश अध्यापक आर्थिक संकट में होगा, तो उसका बच्चों की पढ़ाई पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आर्थिक सहयोग से अध्यापक बच्चों की पढ़ाई दोगुने उत्साह से करवाएंगे, इसलिए सभी अभिभावकों को आगे बढ़कर अध्यापकों का सहयोग करना चाहिए जो किसी कोरोना योद्धा से कम नहीं है।
Copper scrap industry partnerships Recycling scrap Copper Metal recycling company
Eco-friendly recycling of Copper cable, Metal scrap recovery yard, Scrap copper valuation