सफीदों में विकास कार्यों पर भाजपाई ही उठा रहे हैं सवाल
सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल ) – सफीदों हलके में विकास कार्यों को लेकर सत्तारूढ़ दल भाजपा के स्थानीय नेता बड़े-बड़े दावें भले ही कर रहे हो लेकिन उन्ही ही पार्टी के नेता इन विकास कार्यों पर सवाल खड़े करते हुए कह रहे हैं कि सफीदों हलका आज भी विकास से अछूता है और यहां पर जितने विकास कार्यों की आवश्यकता थी, उतने हो नहीं पाए। इन्ही सवालों को खड़ा करने के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता नरेंद्र मुआना ने नगर के लोक निर्माण विश्राम गृह में पत्रकार वार्ता की।
पत्रकार वार्ता में नरेंद्र मुआना ने सफीदों हलके में विकास की मांग को लेकर 23 जुलाई को सफीदों-चण्डीगढ़ तक की नंगे पैर पदयात्रा करने और 28 जुलाई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चण्डीगढ़ में ज्ञापन देने की घोषणा कर डाली। पत्रकारों को जानकारी देेते हुए नरेंद्र मुआना ने कहा कि सरकार ने ग्रांट देने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी लेकिन स्थानीय भाजपा नेतागण सफीदों हलके का विकास करवाने में असफल रहे। स्थानीय नेताओं द्वारा सफीदों हलके के विकास को लेकर झूठे ढिंढोरे पीटे जा रहे हैं, लेकिन वास्तव में सफीदों में कोई विकास नहीं हुआ है। हलके में चारों ओर नजर दौडाएं तो विकास कार्य कहीं दूर-दूर तक भी नजर नहीं आते।
इस हलके में ना तो बेहतर सडक़े हैं, ना ही बेहतर पीने का पानी है और ना ही आम जरूत की सुविधाएं लोगों का उपलब्ध हैं। सफीदों की बात करें तो यहां पर महिला कालेज के सामने व मकबरा रोड़ पर तालाब का रूप ले रखा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की मनोहर लाल सरकार सबका साथ-सबका विकास नीति पर कार्य कर रही है लेकिन स्थानीय नेता मुख्यमंत्री के इरादों के उलट चल रहे है, जिसके कारण सरकार की योजनाओं को यहां पलीता लग रहा है। इन्ही सब बातों को देखते हुए उन्होंने विकास सहयोग आंदोलन छेडऩे का मन बनाया है।
इस आंदोलन के तहत वे 23 जुलाई को नगर के नहर पूल से नंगे पैर पदयात्रा शुरू करेंगे और 28 जुलाई को चण्डीगढ़ पहुंचकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को यहां पर जरूरी विकास कार्य करवाने को लेकर एक ज्ञापन सौपेंगे और इसके साथ-साथ यहां के नेताओं के द्वारा की गई अनदेखी की पोल मुख्यमंत्री के सामने खोलेंगे। मांगों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मुख्य मांगों में सफीदों को जिला बनाना, वक्फ बोर्ड की जमीनों पर जंगल तैयार करना व मुआना गांव को तहसील का दर्जा दिलवाना शामिल है।