सत्य खबर
पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। बता दें कि सागर के साथ जिस पहलवान सोनू की सुशील ने पिटाई की थी, वह पहली बार सामने आया है। इस केस को लेकर सोनू ने कई राज से पर्दा हटाया है। सोनू ने दावा किया कि सुशील के साथ उनका विवाद फ्लैट को लेकर नहीं था। क्योंकि उन्होंने मार्च में ही फ्लैट खाली कर दिया था।
विवाद की असली वजह पहलवानों का स्टेडियम छोड़कर जाना था। सोनू का दावा है कि सागर धनखड़ पहलवानी जगत में अच्छा नाम कमा रहा था। सागर और उसके लगभग 30-35 साथी पहलवानों ने छत्रसाल स्टेडियम छोड़कर नरेला में वीरेंद्र कोच के अखाड़े जाना शुरू कर दिया था। इसके लिए सुशील सागर को जिम्मेदार मानता था। इससे खफा होकर सागर को सबक सिखाने के लिए सुशील ने बदला लिया।
सोनू ने कहा, ‘4 मई की रात करीब 11 बजे हम (सागर और सोनू माहल) एम ब्लॉक, मॉडल टाउन के फ्लैट में थे। तभी 30-35 लोग वहां आए। उन्होंने पिस्तौल तान दी और कहा- पहलवान जी नीचे बुला रहे हैं। हमें नीचे लाए और हौंडा सिटी कार में बैठा लिया।
इससे पहले वे शालीमार बाग से सागर के दोस्त अमित और रविन्द्र को भी उठा लाए थे। कार में सुशील कुमार भी बैठा हुआ था। वे हमें छत्रसाल स्टेडियम ले आए। हमने रास्ते में पूछा भी क्या बात हो गई है? सुशील ने बस यही बोला कि तुम्हें बदमाश बनाता हूं। आज पता चलेगा कि यहां बदमाश कौन है? स्टेडियम पहुंचते ही कार से उतरे ही वहां मौजूद सुशील के 30-35 अन्य साथियों ने हमें बेसबॉल बैट और रॉड से मारना शुरू कर दिया गया। लगभग डेढ़ से दो घंटे तक मारते रहे। उन्होंने मेरे और सागर के माथे पर पिस्तौल लगाते हुए कान के पास से गोली भी चलाई। कई राउंड फायर किए। वहीं, अमित और रविन्द्र छिप गए। रविन्द्र ने बाहर जाकर पीसीआर को कॉल कर दी। जब पुलिस की गाड़ियां सायरन बजाते हुए आईं तो सुशील ने स्टेडियम का गेट बंद करवा दिया और फिर ये सब वहां से भाग गए। हम बेसुध हो गए थे। हम दोनों को बेसमेंट में ले जाकर मैट से ढक दिया गया।
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वहीं सुशील ने सागर के दोस्त भगत सिंह उर्फ भगतु को भी उसी रात किडनैप कर लिया। सुशील उसे रात भर पीटता रहा। भगतु की पत्नी ने पुलिस को पति के किडनैप होने की जानकारी दी। यह जानकारी सुशील को मिली तो उसने वीडियो कॉल पर भगतु की पत्नी से बात कराई। लेकिन भगतु की पत्नी को शक हुआ। उसने फिर पुलिस को कॉल किया, तब सुशील ने भगतु को छोड़ा।
सोनू ने पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि ‘पुलिस की ओर से घटना वाली रात हमारा कोई स्टेटमेंट नहीं लिया गया। मैंने अपने परिजनों का नंबर भी पुलिस को दिया था। इसके बाद भी पुलिस ने परिजनों से मेरी कोई बात नहीं करवाई। अगर पुलिस चाहती तो घटना वाली रात को सागर की स्टेटमेंट भी ले सकती थी, लेकिन पुलिस ने उससे भी कोई बातचीत नहीं की और सागर की अगली सुबह मौत हो गई।
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