सत्य खबर, नई दिल्ली। सुल्ली डील मामले की जांच कर रही स्पेशल सेल की साइबर सेल को 10 संदिग्ध ट्विटर अकाउंट का पता चला है. इन अकाउंट के बारे में पकड़े गए आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर ने स्पेशल सेल को जानकारी दी है. इस आधार पर स्पेशल सेल की तरफ से ट्विटर के अधिकारियों को एक पत्र लिखा गया है और इन 10 अकाउंट की डिटेल मांगी गई है. सूत्रों का कहना है कि अगर पुलिस को डिटेल मिल जाती है तो इन आरोपियों की भूमिका के बारे में पता लगाया जाएगा. उनकी गिरफ्तारी भी की जा सकती है.
जानकारी के अनुसार, बीते जुलाई महीने में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सुल्ली डील मामले ऐप को लेकर एक FIR दर्ज की थी. इस वेबसाइट पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर लगाकर उनकी बोली लगाई जाती थी. इस मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को कोई अहम सुराग नहीं मिला था. लेकिन हाल ही में उन्होंने बुल्ली बाई ऐप बनाने वाले नीरज बिश्नोई को असम से गिरफ्तार किया. उसने खुलासा किया कि वह सुल्ली डील बनाने वाले को जानता है. उसने ओंकारेश्वर का ट्विटर हैंडल पुलिस को बताया जिसकी मदद से पुलिस टीम ने इंदौर से उसे गिरफ्तार कर लिया.
उसे अदालत के समक्ष पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया गया है, जिसकी अवधि आज समाप्त हो रही है. सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान उसके मोबाइल से कोई खास जानकारी पुलिस को हासिल नहीं हो सकी है. उसके लैपटॉप का सर्विलांस अभी चल रहा है. पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने जुलाई के पहले सप्ताह में यह ऐप बनाया था और तीन दिन बाद ही उसे डिलीट भी कर दिया था. उसने ट्रेड महासभा के नाम से एक टि्वटर पर ग्रुप बनाया था जिसमें लगभग 50 सदस्य थे. इनमें से 10 ट्विटर हैंडल की डिटेल उसने साइबर सेल के साथ साझा की है. पुलिस ने जब जांच की तो पाया कि यह सभी ट्विटर हैंडल डिलीट किए जा चुके हैं.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर द्वारा बताए गए टि्वटर हैंडल को लेकर उन्होंने ट्विटर के अधिकारियों को एक पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से उन 10 अकाउंट के बारे में जानकारी मांगी गई है जिनके बारे में ओमकारेश्वर ठाकुर ने खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि यह लोग सुल्ली डील मामले में अहम किरदार हो सकते हैं और अगर उनके खिलाफ कोई साक्ष्य मिलता है तो उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है.
Aluminum recycling innovations Aluminium scrap industry challenges Scrap metal reclamation handling