सत्य खबर, जोधपुर
अभ्यास के दौरान हेलिकॉप्टर से कूदने के बाद लापता कैप्टन अंकित गुप्ता की खोजबीन के लिए दूसरे दिन भी कोई सफलता नहीं मिली। दिनभर तखतसागर का चप्पा-चप्पा छान मारने के बावजूद खोज टीम ने अंधेरा होने पर निराशा के साथ अपना काम रोक दिया। अब सेना ने दिल्ली से विशेषज्ञों की एक टीम को और बुलाया है।
तखतसागर में 46 फीट की गहराई में नेवी के मार्कोस यानी मरीन कमांडो अब तक के सबसे बड़े सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। कैप्टन अंकित गुप्ता का इतने बड़े सर्च अभियान के बाद भी शनिवार को तीसरे दिन भी पता नहीं लग पाया। 55 घंटे से ज्यादा समय बीत गया है, लेकिन कैप्टन का पता नहीं चल पाया है। जैसे-जैसे समय बीत रहा है, अभियान में नए एक्सपर्ट को जोड़ा जा रहा है।
बावजूद इसके अब तक सफलता नहीं मिल सकी है। सेना के अलावा गरुड़ कमांडो, एनडीआरएफ सहित मालवीय बंधु भी खोज में जुटे हैं। तलाश में जुटे विशेषज्ञों का मानना था कि तीसरे दिन जीरो ग्रेविटी से बॉडी पानी के ऊपर आ जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बॉडी के अंदर फंसे होने की आशंका ज्यादा जताई जा रही है।
इस ऑपरेशन के लिए दिल्ली व मुंबई से मार्केस कमांडो को शुक्रवार देर रात जोधपुर बुलाया गया था। सुबह सात बजे बाद जैसे ही दिन उगने लगा वैसे ही ये कमांडो सर्च करने में जुट गए। आज सुबह सेना ने नए सिरे से अभियान शुरू किया है। सेना ने अन्य स्थान से हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर कुछ विशेषज्ञों को जोधपुर बुलाया है। ये लोग सुबह से अंकित की तलाश में जुटे रहे। ऐसा माना जा रहा है कि तखतसागर के पानी के भीतर झाड़ियों में किसी स्थान पर वे फंस गए होंगे। इस कारण उनकी तलाश में विलम्ब हो रहा है। सेना ने कायलाना व तखतसागर में डूबे लगों को बाहर निकालने में माहिर मालवीय बंधुओं की भी मदद ली, लेकिन वे भी विफल रहे।
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