सत्य खबर, चण्डीगढ़। हरियाणा के कई जिलों में इस बार जम्मू और शिमला से भी ज्यादा ठंड पड़ रही है, जम्मू का न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री और शिमला का 6 डिग्री है, लेकिन हरियाणा में उतरी पश्चिमी हवाओं की वजह से शीत लहरें चल रही हैं. प्रदेश में ठंड का प्रकोप इस कदर है कि सुबह पाला जम जाता है. वहीं सोमवार को सबसे कम 0.2 डिग्री तापमान हिसार में रहा है. इससे पहले दिसंबर 2013 में इस तरह की ठंड प्रदेश में महसूस की गई थी. शीत लहर के प्रकोप से प्रदेश में दूसरे नंम्बर पर नारनौल का न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस रहा.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले कुछ दिनों में हरियाणा में शीतलहर का प्रकोप और बढ़ने वाला है. अगले 48 घंटों तक शीत लहर का प्रकोप जारी रहेगा, जिससे तापमान और नीचे गिरने की संभावना है. वहीं लगातार गिर रहे तापमान से सरसों की फसल में नुकसान हो सकता है. हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एमएल खीचड़ के अनुसार अगले 48 घण्टों में यानी 21-22 दिसम्बर को भी उत्तर-पश्चिमी शीत हवाएं चलने से तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी.
जिला | तापमान (न्यूनतम) |
हिसार | 0.2 डिग्री सेल्सियस |
भिवानी | 2.5 डिग्री सेल्सियस |
चंडीगढ़ | 3.3 डिग्री सेल्सियस |
करनाल | 3.4 डिग्री सेल्सियस |
रोहतक | 2.6 डिग्री सेल्सियस |
सिरसा | 2.5 डिग्री सेल्सियस |
फतेहाबाद | 3.1 डिग्री सेल्सियस |
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एमएल खीचड़ के मुताबिक पश्चिम विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हवा में बदलाव उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व और पूर्व हो जाने से 23 और 24 दिसम्बर को प्रदेश के में ज्यादातर जिलों में जबरदस्त धुंध छाने की संभावना है. वहीं पाश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते 24 दिसम्बर देर रात और 25 दिसम्बर को उत्तर हरियाणा के कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी और अन्य क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे.
हरियाणा मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन मौसम में अलग-अलग बदलावों की वजह से दिन के तापमान में गिरावट, लेकिन रात्रि तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना है. उसके बाद में इसी पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने और पंजाब के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन सकता है. जिस वजह से भी 26 दिसम्बर रात से राज्य के ज्यादातर स्थानों पर गरज चमक और हवायों के साथ हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है.
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