सत्य खबर
हरियाणा में नए डीजीपी की तैनाती की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रदेश के गृह सचिव ने शनिवार को सात आईपीएस अधिकारियों का एक पैनल बनाकर गृहमंत्री को भेज दिया है। जहां से यह फाइल मुख्यमंत्री के पास जाएगी। जहां से इसे यूपीएससी को भेजा जाएगा।
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने पिछले महीने आईबी में वापस जाने की इच्छा जताई थी। प्रदेश सरकार ने नाटकीय घटनाक्रम में मनोज यादव के आवेदन को स्वीकार करते हुए नए डीजीपी की नियुक्ति तक मनोज यादव को इसी पद पर बने रहने के लिए कहा था। गृहमंत्री अनिल विज के निर्देश के बाद प्रदेश के गृह सचिव राजीव अरोड़ा ने सात आईपीएस अधिकारियों का एक पैनल बनाकर सरकार को भेज दिया है।
हालांकि आमतौर पर यूपीएससी को भेजे जाने वाले पैनल में पांच संभावित अधिकारियों का नाम शामिल होता है लेकिन हरियाणा ने वरिष्ठता के आधार पर सात आईपीएस अधिकारियों का नाम शामिल किया है। जिनमें से दो अधिकारी अगले माह रिटायर्ड होने जा रहे हैं। हरियाणा काडर में इस समय सबसे वरिष्ठ 1984 बैच के आईपीएस एसएस देसवाल हैं। देसवाल सितंबर 2018 से केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं। वह इस समय आईटीबीपी के महानिदेशक हैं। दूसरे नंबर पर 1986 बैच के आईपीएस केके सिंधू हैं। यह दोनों अधिकारी अगस्त माह में रिटायर्ड हो जाएंगे। ऐसे में इनका नाम केवल वरिष्ठता के आधार पर ही पैनल में शामिल किया गया है।
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नियमानुसार जिस आईपीएस की कम से कम छह माह की नौकरी बकाया है वही डीजीपी तैनात हो सकता है। इसके बाद पैनल में 1988 बैच के आईपीएस पीके अग्रवाल का नाम सबसे ऊपर है। इसके अलावा 1989 बैच के आईपीएस मोहम्मद अकील तथा आरसी मिश्रा के अलावा 1990 बैच के आईपीएस शत्रुजीत कपूर और देशराज सिंह का नाम शामिल है।
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