सत्यखबर
हरियाणा में 58 मरीजों ने ब्लैक फंगस को शिकस्त दी है। ये मरीज अब म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) से पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में ब्लैक फंगस के अभी तक 756 मामले सामने आए हैं। इनमें से 648 का अभी अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों में इलाज चल रहा है। ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की मंजूरी के लिए सरकार ने तकनीकी कमेटी का गठन किया हुआ है। इस कमेटी ने शनिवार को 515 मरीजों के लिए एम्फोटेरिसिन-बी के 975 इंजेक्शनों को मंजूरी दी है। 577 मरीजों के डाटा की स्टडी में सामने आया कि इनमें से लगभग 508 मरीज शुगर से भी पीड़ित पाए गए हैं।
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इनमें 442 पुरुष और 135 महिलाएं शामिल हैं। स्टडी रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 86 प्रतिशत कभी न कभी कोविड-19 वायरस के संक्रमण से पीड़ित रहे हैं। 498 मरीज कोविड पाजिटिव मिले, जबकि 79 मरीजों में कभी भी कोविड संक्रमण के पीडि़त होने का कोई लक्षण नहीं मिला। इसी तरह से 462 मरीजों को स्टेरॉयड थेरेपी एवं 254 मरीजों को ऑक्सीजन थेरेपी दी गई है। इसके अलावा 61 मरीजों को अन्य प्रतिरक्षा विकार थे। ब्लैक फंगस से सबसे अधिक 216 मामले अभी तक गुरुग्राम में सामने आए हैं। वहीं हिसार में 179 मामले तथा रोहतक में 145 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं हेल्थ मंत्री अनिल विज का कहना है कि ब्लैक फंगस की इंजेक्शन खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किया जा चुका है।
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