हरियाणा मौसम अपडेट : प्रदूषण के चलते इन जिलों में 12वीं तक के स्कूलों की छुट्टी घोषित
सत्य खबर, चंडीगढ़।
हरियाणा में बढ़ती ठंड के बीच धुंध भी बनी हुई है। हवा की गुणवत्ता भी गिरी हुई, जिसे देखते हुए प्रदेश के 5 जिलों में 5वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं, अन्य 5 जिलों में 12वीं तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है।
5वीं तक के स्कूल बंद करने वाले जिलों में रेवाड़ी, पानीपत, रोहतक, जींद और भिवानी शामिल हैं। यह आदेश 23 नवंबर तक लागू रहेंगे। वहीं, 12वीं तक के स्कूल बंद करने फैसला गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, झज्जर और सोनीपत के सभी स्कूलों के लिए लिया गया है। हालांकि, सोनीपत में घर से ऑनलाइन पढ़ाई होगी।
इन जिलों के उपायुक्तों ने यह फैसला सरकार की छूट के बाद लिया है, क्योंकि प्रदेश में AQI का स्तर बढ़ने के साथ ही सरकार ने दिल्ली-NCR में आने वाले 14 जिलों में स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए थे। हालांकि, अंतिम फैसला उपायुक्तों पर छोड़ा था।
वहीं, आज दर्ज किए गए हरियाणा के शहरों के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में सुधार हुआ है। आज 7:40 बजे दर्ज किए आंकड़ों के अनुसार, 428 AQI के साथ सिरसा सबसे पॉल्यूटेड सिटी रहा। इसी तरह हिसार 293, जींद 289, घरौंदा 236, फतेहाबाद 231, गुरुग्राम 214, नारनौल 206 और बहादुरगढ़ का 200 AQI दर्ज हुआ।
इसमें देखने वाली बात यह है कि दिल्ली-NCR में आने वाले गुरुग्राम के AQI में भारी सुधार हुआ है। सोमवार को यहां का AQI 576 था, जो अब 214 पर आ गया है। यह सरकार की ओर से लागू ग्रैप-4 की पाबंदियों के कारण संभव हुआ है।
दिल्ली-NCR में आते प्रदेश के 14 शहरों फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल में दिल्ली के साथ ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) यानी ग्रैप का चौथा चरण लागू कर दिया गया है।
ग्रैप-4 18 नवंबर (सोमवार) सुबह 8 बजे से प्रभावी हो गया है। इसकी वजह से कंस्ट्रक्शन के सभी काम रोक दिए गए हैं। वहीं, दफ्तरों में भी 50% स्टाफ कम करने को कहा गया है।
ग्रैप 4 लागू होने से हरियाणा में ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्रीज और परिवहन सेवाओं पर असर पड़ेगा। इसके अलावा NCR में आते प्रदेश के 14 जिलों में विकास कार्य प्रभावित होंगे, जब तक प्रदूषण कम नहीं होगा निर्माण व अन्य गतिविधियों की इजाजत नहीं होगी। दिल्ली में डीजल वाहनों का प्रवेश बंद होने से हरियाणा से दिल्ली आने-जाने वाले माल पर असर पड़ेगा। इससे फल-सब्जी और दूध महंगे हो सकते हैं।