सत्य खबर, नई दिल्ली ।20 thousand girls made serious allegations against this foreign church
स्पेन में रोमन कैथोलिक चर्च को लेकर एक बेहद ही गंभीर और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. यहां कमोबेश दो लाख नाबालिग या बालिग लड़कियां यौन शोषण का शिकार हुई हैं. यह वो आंकड़े हैं जिसे कैथोलिक पादरियों ने अंजाम दिया. अगर चर्च के आम सदस्यों द्वारा किए गए अपराध की बात करें तो चार लाख लड़कियां यौन शोषण की पीड़ित हैं.
एक स्वतंत्र आयोग ने 8,000 से ज्यादा लोगों से बात की और 0.6 फीसदी लोगों ने माना कि उनका यौन शोषण हुआ. स्पेन की आबादी 3.9 करोड़ है और इनमें 0.6 फीसदी दो लाख आबादी के बराबर है. कई ने बताया कि बचपन में जब वे चर्च जाती थीं तो पादरियों ने उनका शोषण किया. कई ने पादरियों के अलावा चर्च के अन्य सदस्यों पर भी गंभीर आरोप लगाए.
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अगर आम सदस्यों द्वारा अंजाम दिए गए अपराधों की बात करें तो पर्सेंटेज में यह 1.13 फीसदी होता है जो चार लाख आबादी के बराबर है. स्पेन के राष्ट्रीय लोकपाल एंजेल गैबिलोंडो ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यह आंकड़े 1940 से अब तक के हैं.
कैथोलिक चर्च पर पहले भी लगे यौन शोषण के आरोप
कैथोलिक चर्च पर पिछले दो दशकों में वैश्विक स्तर पर कई यौन शोषणके आरोप लगे हैं, जिनमें अक्सर बच्चे भी शामिल होते हैं. स्पेन में, एक पारंपरिक रूप से कैथोलिक देश माना जाता था लेकिन अब यह एक धर्मनिरपेक्ष बन गया है. रिपोर्ट में पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए एक नेशनल फंड बनाने की अपील की गई है. रिपोर्ट स्पेन की संसद में पेश की गई है. दरअसल, मार्च 2022 में स्पेन की संसद ने चर्च पर लगे यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए कमेटी बनाई थी.
स्पैनिश चर्च ने 2020 में बताया कि कुछ शिकायतों के आधार पर जांच में यौन शोषण के 927 मामलों का खुलासा हुआ था. चर्च का तर्क है कि उसने यौन शोषण से निपटने के लिए प्रोटोकॉल लागू किए हैं और सूबा के भीतर “बाल संरक्षण” कार्यालय स्थापित किए हैं. 2018 में स्पैनिश अखबार एल पेस ने भी एक जांच की थी जिसमें 1927 से पहले के 2206 मामलों का खुलासा हुआ जिसमें 1,036 आरोपियों का पता चला.
अमेरिका, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया तक में चर्च पर आरोप
2002 में कुछ ताजा यौन शोषण के मामले सामने आने के बाद मामलों की जांच के लिए पहल की गई. अमेरिका, यूरोप, चिली और ऑस्ट्रेलिया तक में कैथोलिक चर्च से इस तरह के मामले सामने आए हैं, जिससे चर्च के नैतिक अधिकार को काफी नुकसान हुआ और इसकी छवि भी खराब हुई. फ्रांस में, एक स्वतंत्र आयोग ने 2021 में बताया कि 1950 के बाद से पादरी सदस्यों द्वारा 216,000 बच्चों, ज्यादातर लड़कों, का यौन शोषण किया गया था. जर्मनी में, एक अध्ययन ने 1946 और 2014 के बीच दुर्व्यवहार के 3,677 मामलों की पहचान की गई.
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