राष्‍ट्रीय

कासगंज में एक साथ जलीं 23 चिताएं, मची चीख पुकार

सत्य खबर/लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के एटा जिले के नगला कासा और आसपास के गांवों में जब बच्चों और महिलाओं समेत 23 लोगों के शव एक साथ पहुंचे तो हाहाकार मच गया. इन शवों का अंतिम संस्कार रविवार को नगला कासा और आसपास के गांवों के खेतों में किया गया। कासगंज के पटियाली इलाके में शनिवार को हुए सड़क हादसे में बच्चों और महिलाओं समेत 23 लोगों की मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक, जिले के पटियाली थाना क्षेत्र में सुबह गंगा स्नान करने जा रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पटियाली-दरियावगंज मार्ग पर एक तालाब में पलट गई, जिससे उसमें सवार 23 लोगों की मौत हो गई. नौ बच्चों और 13 महिलाओं की मौत हो गई और कई घायल हो गए। हो गया। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शवों को लेकर गांव पहुंचे, जिसके बाद से पूरे इलाके में मातमी चीख-पुकार सुनाई दे रही है, जो बेहद हृदय विदारक दृश्य है.

सबसे ज्यादा मौत नगला कासा में

ग्राम पंचायत खिरिया के ग्राम प्रधान गिरीश चंद्र (48) ने कहा, ”इस उम्र में हमने कभी ऐसा हादसा नहीं देखा। चारों ओर शोक की लहर दौड़ गई है. प्रधान ने बताया कि गांव में लोगों का अंतिम संस्कार उनके अपने खेतों में किया गया। इस दौरान बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप कुमार सिंह, राजस्व राज्य मंत्री अनूप प्रधान, एटा के जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह और अन्य जन प्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक अमला नगला कासा पहुंचा. . अंतिम दर्शन के लिए आसपास के गांवों से भीड़ उमड़ पड़ी।

सबसे ज्यादा 18 लोगों की मौत खिरिया ग्राम पंचायत के नगला कसा में हुई है. इसके बाद सागोगर रोरी गांव के तीन बच्चों और एक महिला की मौत हो गई, जबकि बनार गांव की 10 साल की बच्ची की मौत हो गई. प्रधान ने बताया कि गांव में बेहद दर्दनाक मंजर है. प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि शवों के दाह संस्कार के बाद मृतकों के आश्रितों व घायलों को सरकार द्वारा घोषित सहायता राशि का चेक उपलब्ध करा दिया जायेगा.

राज्य मंत्री संदीप सिंह ने दी श्रद्धांजलि

राज्य सरकार के मंत्री संदीप सिंह और अनूप प्रधान ने प्रत्येक प्रभावित परिवार के घर जाकर उन्हें सांत्वना दी. अंतिम दर्शन के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जिस तरह से धार्मिक या अन्य कार्यक्रमों के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली में लोग जाते हैं, उस पर रोक लगनी चाहिए, क्योंकि ऐसे हादसों से असहनीय पीड़ा होती है. मंत्रियों ने कहा कि यात्रा की सुविधा को ध्यान में रखकर ही कहीं जाएं. उन्होंने कहा कि योगी सरकार सभी मृतकों के परिवारों को हरसंभव मदद दे रही है और सरकार उनके साथ खड़ी है.

प्रधानमंत्री कार्यालय के ‘एक्स’ अकाउंट पर मोदी ने कहा कि कासगंज हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को प्रधानमंत्री राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2-2 लाख रुपये और घायलों को 2-2 लाख रुपये दिए जाएंगे. प्रत्येक को 50 हजार रु. इसके अलावा राज्य सरकार की ओर से भी राहत राशि प्रदान की जायेगी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज हादसे पर दुख जताया है और हादसे में मरने वालों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. अलीगंज विधायक सत्यपाल सिंह राठौर ने कहा कि यह इतनी हृदय विदारक घटना है, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।

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