आमजन दिव्यांगजनों से किसी प्रकार का भेदभाव न करें: राज्य आयुक्त राजकुमार मक्कड़
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल
दिव्यांग जन हरियाणा के आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि दिव्यांगजन वीटा बूथों के लिए आवेदन कर सकते है, इसके लिए राज्य सरकार ने दिव्यांग आरक्षण प्रक्रिया के तहत प्रदेश में लगभग 5० हजार वीटा के बूथों को स्थापित करने के लिए जगह को चिन्हित किया है। इसके लिए 14 दिव्यांगजन समूह बनाकर इस कार्य को कर सकते है। इसके अलावा हर हित रिटेल शॉप में भी इनको आरक्षण का लाभ दिया गया है। जिसमें दुकान के लिए एक लाख 5० हजार तक का ऋण सरकार द्वारा मुहैया करवाया जाता है। राज्य आयुक्त डीआरडीए के सभागार में जिला स्तरीय दिव्यांग जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को बतौर मुख्यतिथि सम्बोंधित कर रहे थे। मुख्यतिथि द्वारा दीप प्रज्जलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि दिव्यांगता किसी के बस की बात नहीं है। दिव्यांगजनों से किसी प्रकार का भेदभाव न करें। परिवार तथा समाज दिव्यांगजनों के साथ सदव्यवहार करें जिससे कि उनमें किसी प्रकार की हीनभावना न आये। हरियाणा दिव्यांगजन के राज्य आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने सभागार में उपस्थित संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा बहुत सी योजनाएंं दिव्यांगजनों के लिए चलाई जा रही है और इस कार्य में हम सब को निस्वार्थ भाव से आगे आकर उनके पुनर्वास के लिए सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि करनाल के कुटैल गांव में एक ऐसा आधुनिक सुविधाओं से युक्त केन्द्र बनाया जाएगा जहां पर कि मानसिक तथा शारिरीक रूप से हुए दिव्यांगजनों की देखभाल की जा सकेगी
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उन्होंने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। हम सब में ईश्वर का रूप है उसी प्रकार दिव्यांगजनों में भी ईश्वर का रूप है उसे पहचाने। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है वहीं पर दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2०16 को बनाया गया है। उन्होंने दिव्यांग जनों के सवैधानिक अधिकारों की विस्तार से जानकारी देते हुए विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उपमण्डल स्तर पर सरकारी अस्पतालों में मेडिकल सर्टीफिकेट बनवाने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा ऐसे दिव्यांगजनों को जिन की आयु 18 वर्ष या इससे अधिक हो को 25०० रूपये प्रति माह की दर से दिव्यांग पैंशन दी जा रही है। ब्लॉक स्तर पर स्कूलों में विशेष शिक्षकों की नियुक्ति दिव्यांग बच्चों के लिए की गई है। स्कूल न जाने वाले विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को वित्तीय सहायता भी दी जाती है। सरकार द्वारा स्कूल न जाने वाले दिव्यांग बच्चे जिनकी आयु 18 वर्ष से कम हो तथा व किसी भी सरकारी/गैर सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण न कर रहा हो, को प्रति माह वित्तीय सहायता प्रदान की जाती हैं। जिसके लिए बच्चे की आयु 18 वर्ष से कम हो। बोना भत्ता योजना के तहत बौने लोगों को भी 25०० रूपये प्रतिमाह भत्ता दिया जा रहा हैं। दिव्यांगजनों को अपना व्यवसायिक कार्य करने के लिए रियायती दर पर ऋण भी उपलब्ध करवाया जाता है। उन्होने कहा कि पैरालम्कि में भी देश के दिव्यांग खिलाडिय़ों ने पदक जीत कर देश का नाम रोशन कर गौरवान्वित किया है। इसके अलावा दिव्यांग अरूणिमा सिन्हा ने मांऊट एवरेस्ट पर ध्वज लहराकर यह साबित कर दिया है कि दिव्यांगता को कभी अभिशाप नहीं मानना चाहिए। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग भी उपलब्ध करवाये जाते है इसके लिए भी समय-समय पर कैम्प आयोजित किये जाते है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरीयों में तथा हुड्डा के प्लाटों में दिव्यांगजनों के लिए अलग से आरक्षण का प्रावधान किया गया है। लेकिन जानकारी के अभाव में दिव्यांगजन योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक रूप से दिव्यांगजन का अपमान करने पर कानून में सजा और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। दिव्यांगजन अपना रजिस्ट्रेशन नजदीक के किसी सीएससी सैंटर में जाकर ऑनलाईन करवा सकते है। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को भी निर्देश दिये गये है कि वे दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी दें। इस अवसर पर दिव्यांगजनों की समस्याएं भी राज्य आयुक्त दिव्यांग जन हरियाणा राजकुमार मक्कड ने सुनी।
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इस अवसर पर अतिरिक्त नोडल अधिकारी दिव्यांग डॉ सुरेन्द्र गौड़ ने अपने विचार रखते हुए कहा कि व्यक्ति को अपना मन मजबूत रखना चाहिए। इस मौके पर जिला समाज कल्याण अधिकारी सरोज देवी, जींद के तहसीलदार, एसएमओ डॉ राजेश भोला, जिला शिक्षा अधिकारी मदन चौपडा, जिला रोजगार अधिकारी नृपेन्द्र सांगवान, डीईईओ सदानंद वत्स, डीपीसी सुभाष वर्मा समेत दिव्यांगजन व एवं परिजन मौजूद रहे। हरियाणा दिव्यांगजन के राज्य आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने कार्यक्रम से पूर्व जिला के पेगां,शामदों, नगूरां गांव के स्कूलों का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां पढ रहे दिव्यांग बच्चों का हाल-चाल जाना तथा स्कूल द्वारा उनके अधिकार के लिए दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्कूल मुखियाओं को निर्देश देते हुए कहा कि दिव्यांग छात्रों के लिए रैंप, व्हील चेयर व जो भी जरूरत हो उन्हें अविलम्ब मुहैया करवाएं। इस पर अलेवा के खंड शिक्षा अधिकारी सुरेश जोजवान ने आयुक्त को आवश्वास दिया कि इन विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए जो भी जरूरत होगी वो पूरी करवाई जाएगी। कार्यक्रम के तहत हरियाणा दिव्यांगजन के राज्य आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने स्थानीय लोक निमार्ण विश्राम गृह में अधिकारियों की बैठक ली और एक-एक कर अधिकारियों से दिव्यांगोंं के लिए दी जा रही योजनाओं की जानकारी ली । उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आपस में तालमेल कर सभी सरकारी भवनों में दिव्यागों के लिए रैम्प, व्हील चेयर तथा शौचालय, उनकों ऋण उपलब्ध करवाने,उनके दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने , यूडी आई डी बनवाने का कार्य करें। इस पर अतिरिक्त उपायुक्त ने आयुक्त को आश्वास दिलाया कि दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए जो भी योजनाएं है उनकों अविलम्ब सुविधाएं दी जा रही है। उनके लिए स्पेशल कैम्प लगाकर कोरोनारोधी टीकाकरण करवाया गया है। कोरोना की किट मुहैया करवाई गई है।
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