महिला पुलिस अधिकारी को अपने मुह्बोले भाई को थर्ड डिग्री देना पड़ा महंगा, विभाग ने किया निलंबित
सत्यखबर कुरुक्षेत्र (भारत सबरी) – धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में उपपुलिस अधीक्षक पद पर तेनात तान्या सिंह को वर्दी की हनक में अपने मुह्बोले भाई को थर्ड डिग्री देना महंगा पड़ गया। उसके खिलाफ न सिर्फ अपराधिक मामला दर्ज हुआ, बल्कि पुलिस विभाग के DGP ने मामले का संज्ञान लेते हुए उन्हें ससपेंड करने के आदेश दिए है। दरअसल तान्या सिंह शाहाबाद के गुरमीत सिंह को अपने सरकारी आवास पर बुला कर थर्ड डिग्री दी टायलेट का पानी पिलाया और बलात्कार-धोखाधड़ी के झूठे मामले में फसाने की धमकी के साथ साथ जान से मारने की भी धमकी दी।
भुक्तभोगी गुरमीत सिंह ने बताया डीएसपी तान्या सिंह के साथ उसके घरेलू संबंध थे और वह मेडम से राखी बंधवाता था व अकसर उनके पास आता-जाता रहता था। एक दिन अचानक डीएसपी तान्या का सुबह दस बजे के करीब मेरे पास फोन आया। मुहबोली बहन डीएसपी तान्या ने धमकी भरे लहजे में कहा। जहां भी है। आधे घंटे में मेरी कोठी पर आ जा, नहीं आएगा, तो मैं खुद तुझे उठवा लूंगी। गुरमीत ने बताया यह सुनकर वह कांप गया उसे लगा ऐसी क्या गलती उससे हुई है। 12 बजे से पहले वह डीएसपी तान्या के सरकारी आवास पर कुरुक्षेत्र पहुंच गया। आरोप लगाया जाते ही डीएसपी तान्या व उसके पति दोनों मुझे फ्राड, बब्बर खालसा का आंतकवादी बताकर मारपीट करने लगे। शिकायतकर्ता का कहना है उसकी दाढ़ी भी नोची -फाड़ी और मार-मार के दोनों ने मुझे अधमरा कर दिया। इसके बाद मारते हुए कोठी के बाहर खुले में ले आए। वहां लाकर शौचालय के साथ मुझे बांध दिया। मुझे प्यास लगी, तो उन्होंने शौचालय में रखे डिब्बे से मुझे पानी पिलाया।
शिकायतकर्ता का कहना है इसके बाद डीएसपी तान्या ने मेरे परिजनों को फोन कर उन्हें बुला लिया साथ ही इतने में सीआईए प्रभारी को भी बुलाया लिया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि सीआईए टू प्रभारी मुझे उठाकर सेक्टर-पांच चौकी ले गया। वहां चौकी प्रभारी व सीआईए टू प्रभारी ने मेरे व मेरे परिजनों के कोरे कागजात में साइन करवा लिए। आरोप लगाया इसके बाद मुझे सीआईए टू में टॉर्चर किया गया। शिकायतकर्ता ने कहा उसके परिजनों ने किसी तरह हाथ पैर पकडक़र मुझे छुड़ाया। वही गुरमीत के एक हिमायती अमरजीत सिंह का कहना है इसके बाद उसने सरकारी अस्पताल में मेडिकल करवाकर एसपी आस्था मोदी व डीजीपी हरियाणा को शिकायत भेजी थी। शिकायतकर्ता का कहना है ऐसे अफसरों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, तो निर्दोष लोगों को इस तरह झूठे मामलों में फंसा टॉर्चर करते हैं।