राष्‍ट्रीय

2024 के लिए भाजपा की रणनीति में होगा ग्रामीण इलाकों पर फोकस

BJP strategy for 2024 will focus on rural areas

सत्य खबर/नई दिल्ली: 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं. हालांकि, रणनीति बनाने के मामले में बीजेपी विपक्षी दलों से काफी आगे नजर आ रही है. अभी तक विपक्षी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बड़ा पेंच फंसा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने उम्मीदवारों के चयन से लेकर अपने प्रचार अभियान को धार देने की रणनीति को अमलीजामा पहनाने की तैयारी कर ली है.

2024 के सियासी संग्राम के दौरान बीजेपी ने देश के ग्रामीण इलाकों पर खास फोकस करने का फैसला किया है. इसके लिए देश के हर गांव में जनसंपर्क अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने इस संबंध में राज्य इकाइयों को पत्र लिखकर तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है. ग्रामीणों के साथ-साथ बीजेपी की खास नजर युवा वोटरों पर भी है और इसके जरिए बीजेपी 2024 की जंग जीतकर हैट्रिक लगाने की तैयारी में है.

बीजेपी चलाएगी ‘गांव-गांव अभियान’

पार्टी को देश के हर गांव तक पहुंचाने के लिए होमवर्क शुरू कर दिया गया है. पार्टी ने इसके लिए देशभर में सात लाख गांवों की पहचान की है। वैसे तो 2011 की जनगणना के मुताबिक देश में गांवों की संख्या करीब 6 लाख 40 हजार है, लेकिन पार्टी के प्रचार अभियान की सुविधा के लिए बीजेपी ने कुछ बड़े गांवों को दो हिस्सों में बांट दिया है.

पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने गांवों की पहचान करने के साथ ही पार्टी के प्रदेश प्रमुखों को पत्र लिखकर गांवों में जनसंपर्क अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है. इस बड़े कार्यक्रम को पार्टी ने ‘गांव-गांव चलो अभियान’ नाम दिया है.

इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं और पार्टी के कार्यक्रमों के बारे में पूरी जानकारी दी जायेगी. यह अभियान जनवरी के पहले सप्ताह में शुरू करने का निर्देश दिया गया है. यह अभियान फरवरी तक चलाया जाएगा ताकि सभी गांवों को विधिवत कवर किया जा सके।

पार्टी के बड़े नेता भी प्रचार में हिस्सा लेंगे

पार्टी अध्यक्ष के निर्देश के मुताबिक हर गांव के लिए एक बीजेपी कार्यकर्ता तैनात किया जाएगा. बड़े गांवों में अधिक कर्मचारी तैनात करने की तैयारी है। पार्टी के इस महत्वाकांक्षी अभियान में केंद्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता भी हिस्सा लेंगे. पार्टी के बड़े चेहरे भी विभिन्न गांवों का दौरा कर पार्टी की चुनावी स्थिति मजबूत करने की कोशिश करेंगे.

युवा मतदाताओं से भी संपर्क करने पर जोर

इस बार पार्टी ग्रामीण मतदाताओं के साथ-साथ युवाओं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से संपर्क करने के अभियान में अपनी पूरी ताकत झोंक देगी. पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने ग्रामीण मतदाताओं तक पहुंचने के साथ-साथ युवाओं और पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को आकर्षित करने की दिशा में ठोस पहल करने का भी निर्देश दिया है।

बीजेपी की ओर से 23 जनवरी से युवा बैठकों का आयोजन किया जाएगा. इन बैठकों के आयोजन की जिम्मेदारी भारतीय जनता युवा मोर्चा को सौंपी गई है. देशभर में ऐसी 5000 बैठकें आयोजित करने की तैयारी है. 24 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाएगा और इससे एक दिन पहले इन बैठकों के जरिए युवा मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने का बड़ा अभियान शुरू होगा.

पार्टी की नजर पहली बार वोट करने वालों पर है

इन बैठकों में कम से कम एक हजार ऐसे युवा मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है जो 2024 के लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदान करेंगे. इस कदम के जरिए पार्टी पांच लाख युवा मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश करेगी। इससे पार्टी को राजनीतिक मजबूती मिलने की उम्मीद है.

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पार्टी का यह अभियान गेम चेंजर साबित हो सकता है क्योंकि ग्रामीण और युवा मतदाता चुनाव परिणाम तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। 2014 और 2019 में जीत के बाद पार्टी 2024 में हैट्रिक लगाने की कोशिश में है.

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