ललन सिंह ने जदयू अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, नीतीश संभालेंगे पार्टी की कमान
Lalan Singh resigns from the post of JDU President
सत्य खबर/पटना : जेडीयू में बड़े बदलाव को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही अटकलें आखिरकार सच साबित हो गई हैं. बिहार के राजनीतिक गलियारों में कई दिनों से यह चर्चा चल रही थी कि राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले हैं. यह बात आज जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सच साबित हुई और ललन सिंह ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. दिलचस्प बात ये है कि गुरुवार तक ललन सिंह अपने इस्तीफे की बातों को पूरी तरह खारिज कर रहे थे.
इस्तीफा देने के बाद ललन सिंह ने खुद नीतीश कुमार को जेडीयू का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया. इसका मतलब साफ है कि सरकार के साथ-साथ पार्टी की पूरी कमान भी नीतीश कुमार के हाथ में होगी. हालांकि ललन सिंह के इस्तीफे के पीछे का कारण उनका लोकसभा चुनाव लड़ना बताया जा रहा है, लेकिन जानकार सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार कई कारणों से ललन सिंह से नाराज थे और इसी वजह से उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा.
नीतीश को पीएम बनाने के नारे
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले शुक्रवार सुबह करीब 11.30 बजे राजधानी दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई. बैठक के लिए तीन बजे तक का समय तय था लेकिन बैठक महज डेढ़ घंटे में ही खत्म हो गयी. बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ललन सिंह और जदयू नेता संजय झा के साथ कार से सभा स्थल पहुंचे.
बैठक से पहले ललन सिंह और संजय झा ने भी नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. बैठक से पहले जेडीयू नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर से नारेबाजी भी की गई. उन्होंने नारे लगाए- देश का नेता कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो और देश का पीएम कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो. नीतीश कुमार के समर्थन में कई अन्य नारे भी लगाये गये.
चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफे का ऐलान
ललन सिंह ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में मुझे लोकसभा चुनाव भी लड़ना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुरोध पर ही मैंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली थी, लेकिन चुनाव लड़ने की स्थिति में पार्टी की जिम्मेदारी संभालना मेरे लिए मुश्किल होगा. इसलिए मैं इसे स्पीकर पर छोड़ते हुए नीतीश कुमार से अनुरोध करता हूं कि वह स्पीकर पद की जिम्मेदारी संभालें.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ललन सिंह के इस्तीफे की घोषणा स्वीकार कर ली, वहीं पार्टी के अन्य नेताओं ने भी ताली बजाकर उनका स्वागत किया. सभी नेता नीतीश कुमार को अध्यक्ष बनाने पर सहमत हुए. यह तीसरी बार है जब नीतीश कुमार पार्टी अध्यक्ष का पद संभालेंगे.
पार्टी में एकता का दावा किया
बैठक के बाद नीतीश सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि ललन सिंह का इस्तीफा नीतीश की नाराजगी के कारण नहीं है. उन्होंने कहा कि ललन सिंह को लोकसभा चुनाव लड़ना है और इसलिए उन्होंने खुद नीतीश कुमार से उन्हें पार्टी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से मुक्त करने का अनुरोध किया है.
उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है और पार्टी पहले की तरह एकजुट रहेगी. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार पूरी मजबूती से चल रही है और इस बदलाव से सरकार की मजबूती पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.
नीतीश कई दिनों से मंथन में जुटे थे
हाल ही में दिल्ली में इंडिया अलायंस की बैठक के बाद से नीतीश कुमार काफी सक्रिय नजर आ रहे थे. बैठक के बाद उन्होंने पार्टी सांसदों के साथ लंबी चर्चा की. पिछले कुछ दिनों से वह पटना में साथी मंत्रियों के साथ चर्चा में भी व्यस्त थे. उन्होंने करीब एक दर्जन सहयोगी मंत्रियों के साथ संगठन को लेकर व्यापक चर्चा की. जानकार सूत्रों का कहना है कि चर्चा के दौरान जेडीयू नेताओं ने नीतीश कुमार को पार्टी की कमान अपने हाथ में लेने की सलाह दी.
जेडीयू के कई नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी को दूसरे दलों से गठबंधन पर बातचीत करनी होगी और इस मामले में नीतीश ही सही फैसला ले सकते हैं. इसके साथ ही कुछ सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार ललन सिंह की राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से बढ़ती नजदीकियों से भी नाराज थे. यही वजह थी कि बिहार के राजनीतिक गलियारों में ललन सिंह को पद से हटाए जाने की संभावना कई दिनों से जताई जा रही थी.
ललन सिंह ने बढ़ा दिया था सस्पेंस
नीतीश कुमार ने गुरुवार को पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी से भी चर्चा की थी लेकिन इस बैठक के बाद कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया. इस बैठक में भाग लेने के लिए ललन सिंह नीतीश कुमार के साथ पहुंचे थे और बैठक के दौरान नीतीश के बगल में बैठे थे.
ललन सिंह को बैठक से बाहर निकाले जाने के बाद मीडियाकर्मियों ने उन पर सवालों की बौछार कर दी. इस पर ललन सिंह ने कहा कि आज की बैठक में क्या हुआ, यह कल बताया जायेगा. इससे सस्पेंस और भी बढ़ गया था.
इस्तीफे की खबर को खारिज किया
हालांकि, उन्होंने अपने इस्तीफे की खबरों को खारिज कर दिया था और कहा था कि यह चर्चा बीजेपी के इशारे पर मीडिया ने पैदा की है. उन्होंने कहा कि यह बैठक नियमित है और पार्टी पूरी तरह एकजुट है.
मीडिया की गरमाहट पर भड़कते हुए ललन सिंह ने यहां तक कह दिया कि अगर मुझे इस्तीफा देना होगा तो मैं आपको फोन करूंगा और आपसे सलाह लूंगा कि मुझे अपने इस्तीफे में क्या लिखना है. ललन सिंह के लगातार इनकार के बावजूद आज उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा.
पार्टी अध्यक्ष लगातार बदलते रहे
2003 के बाद से नीतीश कुमार जनता दल यूनाइटेड के पांचवें राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे। सबसे पहले, शरद यादव 2016 तक जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। शरद यादव को हटाने के बाद, नीतीश कुमार ने खुद पार्टी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली। नीतीश कुमार के बाद आरसीपी सिंह को ये जिम्मेदारी दी गई.
आरसीपी सिंह की बीजेपी से नजदीकी के कारण नीतीश कुमार नाराज हो गए और उन्हें अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा. उनके बाद ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई. अब ललन सिंह के बाद नीतीश कुमार एक बार फिर पार्टी अध्यक्ष पद की कमान संभालने जा रहे हैं.