ताजा समाचार

तेजस्वी यादव को चेतन आनंद ने याद दिलाया ठाकुर का कुआं

सत्य खबर/पटना:

बिहार में नीतीश सरकार के विश्वास मत को लेकर कल तक काफी चर्चा थी कि सरकार गिर जायेगी, जेडीयू के कुछ विधायक टूट कर एनडीए के साथ जा सकते हैं, लेकिन एनडीए के तीन विधायकों को लेकर यह दांव उल्टा पड़ गया. नीतीश सरकार के साथ आये और सरकार के पक्ष में वोट किया.

भूमिहार जाति के कद्दावर नेता अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने एक और वजह से राष्ट्रीय जनता दल छोड़ दिया है. अब उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में वापसी की संभावना नजर आने लगी है, लेकिन क्षत्रिय नेता और बाहुबली आनंद मोहन सिंह के विधायक चेतन आनंद के राजद छोड़ने की एक नहीं बल्कि कई वजहें हैं. इसकी एक वजह उन्होंने खुद बताई. एक तरफ जहां आनंद मोहन जेल से बाहर आने के बाद क्षत्रिय रंजीत को पुनर्जीवित करने की कोशिश में राजस्थान में घूम रहे थे, वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने ‘ठाकुर का कुआं’ गाना गाकर क्षत्रियों को जगाया था. ‘.

अब चेतन आनंद ने राजद छोड़ने के बाद जो लिखा वह पढ़ने लायक है- “ठाकुर के कुएं में बहुत पानी है. सभी को खाना खिलाना होगा।”

छह महीने बाद घाव का इलाज किया गया

एक तरह से चेतन आनंद को अपने घाव भरने में छह महीने लग गए. सितंबर 2023 में उन्हें राजद से एक नहीं कई जख्म मिले थे. एक घाव यह है कि क्षत्रिय राजनीति करने वाले कद्दावर नेता आनंद मोहन को लालू प्रसाद यादव ने मिलने का समय नहीं दिया. आनंद मोहन ने इस दुख को खुलकर तो जाहिर नहीं किया, लेकिन यह मामला तब काफी चर्चा में रहा था. तो नहीं, राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा के खिलाफ बोलने पर लालू यादव ने आनंद मोहन को डांट लगाई थी. जब ये सब हो रहा था तब मनोज झा संसद में ‘ठाकुर का कुआं’ कविता पढ़कर सुर्खियों में आए थे. चेतन आनंद तब भी राजद के विधायक थे. उन्होंने खुलेआम अपनी ही पार्टी के नेता मनोज झा के खिलाफ ‘पाखंड’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर अपना गुस्सा जाहिर किया था. इस कविता पर आनंद मोहन ने कहा था कि अगर वह राज्यसभा के सभापति होते तो क्या करते.

Back to top button